
संतोष अग्रवाल ,जमशेदपुर,06 मई
मुसाबनी के सुरदा केंद्रीय विद्यालय के बंद होने से जादूगोड़ा के एक दर्जन से अधिक बच्चो का मानसिक और शारीरिक बोझ बढ़ा दिया है , बच्चो को सुबह 4 बजे उठकर स्कूल के लिए तैयार होना पड़ रहा है जिससे बच्चो को बहुत परेशानी हो रही है , बच्चो को स्कूल के नियमित समय 7 बजे के लिए जल्दी उठना पड़ रहा है और जादूगोड़ा से करीब 30 किलोमीटर दूर जाना पड़ रहा है जिससे उनका मानसिक बोझ चरम स्तर पर पहुँच गया है , सोमवार को जादूगोड़ा के चौदह बच्चो ने केंद्रीय विद्यालय टाटानगर मे अपना पहला दिन बिताया , अभिभावक भी इन सब से परेशान है उनका कहना है की अचानक से सूरदा स्कूल के बंद हो जाने से बच्चो का भविष्य अंधकारमय हो गया है और जादूगोड़ा मे कोई अच्छा स्कूल नहीं है मजबूरी मे इतनी दूर स्कूल मे एडमिशन करना पड़ा है इससे शारीरिक और आर्थिक दोनों का नुकसान है , स्कूल मे पाना पहला दिन बिताकर लौटे रितिक साव ने बताया की पहले मे 5.30 मे उठता था लेकिन अभी बहुत जल्दी उठना पड़ रहा है और इतनी दूर गाड़ी मे आने जाने मे भी बहुत दिक्कत हो रहा है मुझे अच्छा नहीं लग रहा है , उसने कहा की सूरदा स्कूल फिर से चालू हो जाएगा तो उसे पढ़ने के लिए इतना दूर नहीं जाना पड़ेगा ।