घटना से पुरे जादूगोड़ा क्षेत्र में शोक की लहर
संतोष अग्रवाल,जादुगोङा,15 अपैल
जहाँ एक और पूरा क्षेत्र सत्तु पर्व की खुशिया में डूबा हुआ था वहीँ जादूगोड़ा मोड़ चोक निवाशी राजेन्द्र सिंह के इकलोते चिराग २२ वर्षीय निकेश सिंह की मौत सड़क दुर्घटना में होने से पूरा क्षेत्र शोक की लहर में डूब गया घटना सोमवार दोपहर २ बजे की है जब निकेश सिंह जादूगोड़ा स्थित माँ रंकिनी मंदिर से तकादा कर अपनी बाइक संख्या श्रभ्05।ड.0517 से वापस लौट रहा था की रास्ते में चाटिकोचा पुलिया के समीप चुनाव ड्यूटी में जा रहे विपरीत दिशा से बस संख्या श्रभ्05।न्.0817 के चपेट में आ गया और बस ने उसे कुछ दूरी तक घसीट कर ले गया इससे उसके शारीर पर गंभीर चोट आया खासकर माथे पर बहुत गंभीर चोट लगा ए दुर्घटना की सूचना जब उसके दोस्तों एवं परिजनों को हुई तो उन्होंने घटनास्थल जाकर अविलम्ब निकेश को जादूगोड़ा यूसिल अस्पताल इलाज्के लिए ले जाया गया ए परंतु यूसिल अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी पर उपस्थित डॉक्टर नदारद थे तब वहाँ लोगो ने हंगामा मचाना शुरु कर दिया एवं यूसिल के वरीय अधिकारी एव अस्पताल के सीएमओ एवं यूसिल के एस सी भोमिक को यूसिल अस्पताल की इमरजेंसी व्यवस्था और डॉक्टर के अनुपस्थित रहने के संबंध में जानकारी दी गयी एतब वरीय अधिकारियों ने यूसिल सिएमओ डॉ मांझी को तुरंत व्यवस्था ठीक करने एवं डॉक्टर भेजने को कहा इसी बीच घायल युवक को उसके दोस्तों एवं परिजनों द्वारा ऑक्सीजन लगाया गया ए एवं घायल के अस्पताल आने के आधा घंटा बाद यूसिल अस्पताल की डॉक्टर रंजना शर्मा अस्पताल पहुंची इतनी देर से डॉक्टर के पहुँचने पर वहाँ उपस्थित परिजन एवं दोस्त डॉ पर भड़क उठे एवं तुरंत इलाज़ के लिए कहा डॉक्टर ने आकर घायल युवक की अवस्था को देखते हुए उसे टीएमएच रेफर कर दिया युवक को रेफर के तुरंत बाद यूसिल के सलाहकार पिनाकी रॉय अस्पताल पहुंचे एवं डॉक्टर को देर से आने पर फटकार लगाई एवं पूछताछ किया एवं यूसिल अस्पताल के सीएमओ डॉ उत्तम मांझी ने कडा रुख अपनाते हुए कहा की में बार बार डाक्टरों को समय से आने का चेतावनी देता हूँ इसके बावजूद भी डाक्टरों द्वारा बात नहीं मानी जाती है एवं आज की घटना के जिम्मेदार डाक्टर को मेमो दिया जाएगा ए अस्पताल की इस कुव्यवस्था को लेकर लोगो में भारी आक्रोश है एवं लोग बड़े आंदोलन के मुंड में है एवं घायल युवक का टीएमएच ले जाने के क्रम में मौत हो गया ए
दुर्घटना एवं यूसिल अस्पताल की कुव्यवस्था को लेकर ग्रामीणों ने आधा घंटा जादूगोड़ा मोड़ चोक मुख्य सड़क जाम कर दिया जिससे भारी संख्या में गाडियों का जाम लग गया ए निकेश की मौत की खबर सुनकर पूरा जादूगोड़ा बाज़ार बंद हो गया और पूरा क्षेत्र गमगीन हो गया क्योंकि निकेश अपने घर का एकलोता चिराग था एवं उसकी दो बहने है वह जादूगोड़ा मोड़ चोक का रहने वाला था उसके पिताजी का नाम राजेन्द्र सिंह है एवं उसकी माँ दिल की मरीज है ए शव का पोस्टमार्दम किया जाएगा ए
घटनास्थल में मौजूद ग्रामीणों ने कहा की बस में उस समय लोग थे जो दुर्घटना के बाद बससे उतरकर भाग गए ए
जादूगोड़ा मोड़ निवाशी अमित साव ने जादूगोड़ा अस्पताल की कुव्यवस्था पर भडकते ही कहा की यूसिल अस्पताल में डॉक्टर को किसी से कोई मतलब नहीं है में आज दोपहर डेढ़ बजे अस्पताल गया था लेकिन ए सिफ्ट में जिम्मेदार डॉक्टर रजक अस्पताल से घर चले गए थे में अपनी बहन को अस्पताल पेट दर्द होने पर दिखाने ले गया था और डॉक्टर के नहीं होने पर वापस आ गया ए इसके बाद बी सिफ्ट में डॉक्टर रंजना शर्मा दो बजे की बजाए २ बजकर ४६ मिनट में अस्पताल पहुंची ए अगर वे समय से अस्पताल पहुँचती तो बिना डॉक्टर के घायल ऐसे ही आधा घंटा तक अस्पताल में पड़ा नहीं रहता ए उन्होंने इस मौत के लिए यूसिल अस्पताल को जिम्मेदार ठहराया ए
यहाँ बता दे की जादूगोड़ा मोड़ चोक से लेकर कालिकापुर के बीच में विगत एक सप्ताह के अंदर छह मौते हो चुकी है एवं दर्ज़नो लोग गंभीर रूप से घायल हुए है ए ग्रामीणों के अनुसार सड़क बनाने वाली कंस्ट्रक्सन कंपनी टीईपीएल द्वारा सड़क के किनारे भरावट नहीं किये जाने के कारण भी लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे है
यह घटना पोटका थाना क्षेत्र के अंतर्गत पड़ता है एवं पोटका थाना में इस संबंध में मामला दर्ज किया गया है
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