विजय सिंह ,बी.जे.एन.एन.ब्यूरो ,जमशेदपुर,२७ मई ,२०१४
जमशेदपुर के नॉर्थर्न टाउन स्थित यूनाइटेड क्लब के बगल में वर्षों पुराने मीडिया सेंटर की अब सिर्फ यादें ही शेष रह गयी हैं.पूरे मीडिया सेंटर के परिसर को खाली कर जमींदोज कर दिया गया है और अब सिर्फ” मीडिया सेंटर कभी यहाँ हुआ करता था” ,की यादें ही शेष बची हैं.
१९८९ में पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रवेश करने के साथ ही मीडिया सेंटर (तब प्रेस रूम के नाम से प्रसिद्द) के अस्तित्व से मैं परिचित रहा हूँ.बाद के दिनों में हमने प्रेस रूम (मीडिया सेंटर ) का पत्रकारिता के कार्यवश काफी प्रयोग किया.१९९४ में बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के बैनर तले मेरे संयोजकत्व में पत्रकारिता विषय पर एक राष्ट्रीय स्तर का सेमिनार आयोजित किया गया जिसमे देश के जाने माने पत्रकार कुलदीप नैयर बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे,इसी प्रेस रूम को सेमिनार आयोजन का कंट्रोल रूम बनाया गया था..टाटा स्टील के तत्कालीन प्रबंध निदेशक डॉ जे.जे.ईरानी इस सेमिनार आयोजन समिति के मुख्य संयोजक भी थे..उदितवाणी के डी.एन.एस आनंद,आर्यावर्त के प्रमोद कुमार झा, स्टेट्समैन के चन्दन दास, वरिष्ठं पत्रकार ईश्वर कृष्णा ओझा,शशि भूषण पाण्डेय,सतीश श्रीवास्तव,हेमंत श्रीवास्तव,मंजर आलम,संजय मिश्रा ,दुर्योधन सिंह, रतन जोशी,श्रीनिवास,सिद्धनाथ दूबे,तत्कालीन प्रेस फोटग्राफर विजय भूषण आदि साथी प्रेस रूम (मीडिया सेंटर) में नियमित आया करते थे.बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन का चर्चित चुनाव इसी प्रेस रूम में सम्पन हुआ था जिसमे ईश्वर कृष्ण ओझा नए अध्यक्ष चुने गए थे.
आवाज हिंदी दैनिक से इस्तीफा देने के बाद राष्ट्रीय नवीन मेल,देशप्राण, फ्रंटियर न्यूज़ ,आदि अख़बारों में कार्य करते वक्त यही प्रेस रूम हम लोगों का “दफ्तर” हुआ करता था.नियमित रूप से केयर टेकर मुख़र्जी प्रेस रूम की देख भाल करते थे.
यही वह जगह (प्रेस रूम) थी जहाँ वरिष्ट पत्रकार (तब उदितवाणी में)सिद्धनाथ दूबे मामले में स्वयं तत्कालीन आरक्षी अधीक्षक (और अब जमशेदपुर के पूर्व सांसद )डॉ अजय कुमार पत्रकारों से मिलने आये थे..
संजय सिंह के टाटा स्टील कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन चीफ बनने के बाद प्रेस रूम के छोटे रूम को बदल कर एयर इंडिया के बंद हो चुके कार्यालय के बड़े कमरों को प्रेस रूम का भव्य रूप दिया गया और नए मीडिया सेंटर का उद्घाटन टाटा स्टील के (पूर्व उपाध्यक्ष -कॉर्पोरेट सर्विसेज)पार्थो सेन गुप्ता ने किया था जिसमे बड़ी संख्या में नगर के पत्रकार उपस्थित थे अब टाटा स्टील ने मीडिया सेंटर का अस्तित्व ही मिटा दिया है. ये तो चंद क्षणिकाएँ हैं..यादों की तो लम्बी फेहरिस्त है
कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन में विराफ़ मेहता की नियुक्ति के बाद श्री मेहता ने प्रेस रूम में और अधिक सुविधाएँ देने की बात कही थी.समय के साथ टाटा स्टील का जनसम्पर्क विभाग(पी.आर.डी.) पूरी तरह से कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन में तब्दील हो गया ,शायद मीडिया सेंटर का “देहावसान” इसी की परिणति हो सकती है.
अभी तक मीडिया सेंटर या प्रेस रूम के लिए किसी वैकल्पिक व्यवस्था की सूचना नहीं मिली है.
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