ଭୁବନେଶ୍ୱର, ହାଓଡ଼ା ଏବଂ ପୁରୀ ମଧ୍ୟରେ ଦ୍ରୁତ ଏବଂ ଅଧିକ ଆରାମଦାୟକ ରେଳ ଯାତ୍ରା ଉପଲବ୍ଧ କରାଇବା ପାଇଁ ବର୍ଦ୍ଧିତ ଚାହିଦାକୁ...
ओडिशा
ଭୁବନେଶ୍ୱର, ବୁଢାପଙ୍କ-ଶାଳଗାଁ 3ୟ ଏବଂ 4ର୍ଥ ରେଳ ଲାଇନ ପ୍ରକଳ୍ପ ଅନ୍ତର୍ଗତ ଢେଙ୍କାନାଳ-ଅନୁଗୁଳ ରେଳ ସେକ୍ସନରେ ହିନ୍ଦୋଳ ରୋଡ଼ ଏବଂ ମେରାମଣ୍ଡଳୀ ରେଳ...
ଭୁବନେଶ୍ୱର ମାନ୍ୟବର ରେଳ, ସୂଚନା ଓ ପ୍ରସାରଣ ଏବଂ ଇଲେକ୍ଟ୍ରୋନିକ୍ସ ଓ ସୂଚନା ପ୍ରଯୁକ୍ତିବିଦ୍ୟା ମନ୍ତ୍ରୀ ଶ୍ରୀ ଅଶ୍ୱିନୀ ବୈଷ୍ଣବ ଆଜି...
Anni Amrita भुवनेश्वर/जमशेदपुर रघुवर दास ने ओड़िशा के राज्यपाल के पद से इस्तीफा दे दिया है.राष्ट्रपति द्रौपदी...
भुवनेश्वर: टाटा स्टील के फेरो एलॉय प्लांट्स (एफएपी), आयरन, मैंगनीज और क्रोमाइट माइंस को नेशनल सेफ्टी कॉन्क्लेव – 2024 में प्लेटिनम और गोल्ड श्रेणी में प्रतिष्ठित कलिंगा सेफ्टी एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह आयोजन इंस्टीट्यूट ऑफ क्वालिटी एंड एनवायरनमेंट मैनेजमेंट सर्विसेज (आईक्यूईएमएस) द्वारा शहर के एक होटल में किया गया। इन प्लांट्स और माइंस को यह पुरस्कार वर्ष 2023 के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रदान किया गया है। टाटा स्टील की फेरो एलॉयज एंड मिनरल्स डिवीजन (एफएएमडी) के तहत संचालित एफएपी अथागढ़ और एफएपी जाजपुर को प्लेटिनम श्रेणी में सम्मानित किया गया, जबकि एफएपी बामनीपाल और एफएपी जाजपुर ने गोल्ड श्रेणी में यह प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल किया। इसी तरह, जोडा वेस्ट आयरन और मैंगनीज माइंस को प्लेटिनम श्रेणी में और सरुआबिल क्रोमाइट माइंस को गोल्ड श्रेणी में पुरस्कृत किया गया। यह सम्मान इन प्लांट्स और माइंस को उत्कृष्ट सुरक्षा मानकों और संचालन में श्रेष्ठता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए दिया गया। ओडिशा के माननीय उपमुख्यमंत्री श्री कनक वर्धन सिंह देव ने यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया। इस अवसर पर किंगडम ऑफ लेसोथो की उच्चायुक्त, महामहिम लेबोहांग वेलेंटाइन मोचाबा भी उपस्थित रहीं। यह पुरस्कार टाटा स्टील के विभिन्न सुरक्षा और ऑपरेशन हेड को प्रदान किया गया, जिनमें श्री ठाकुर अजय कुमार विश्वंभरनाथ (हेड, सेफ्टी – माइंस), श्री किशोर बरन मैती (हेड, सेफ्टी – एफएपी और स्टेनलेस स्टील प्लांट्स), श्री सरबेश्वर नायक (हेड, एफएपी अथागढ़), श्री जगदीश पाढ़ी (एरिया मैनेजर, सेफ्टी – जाजपुर और बिशनुपुर), श्री सप्तर्षि दत्ता (एरिया मैनेजर – माइनिंग, जोडा वेस्ट आयरन और मैंगनीज माइंस), श्री अंकित शर्मा (सीनियर मैनेजर, सेफ्टी – खोंदबोंद) और श्री निरंजन कुमार (सीनियर एरिया मैनेजर – एक्सकेवेशन, सरुआबिल क्रोमाइट माइंस) शामिल थे। सम्मान के प्रति आभार प्रकट करते हुए टाटा स्टील के एक्जीक्यूटिव इंचार्ज(एफएएमडी) पंकज सतीजा ने कहा, “हम हमेशा से अपने परिसर में सभी के लिए, चाहे वे नियमित कर्मचारी हों या अनुबंधित कर्मी, एक सुरक्षित और स्वस्थ कार्यस्थल सुनिश्चित करने में विश्वास करते हैं। ये पुरस्कार न केवल हमारे प्रयासों की सराहना है, बल्कि हम सभी को सुरक्षा, स्वास्थ्य और हमारे लोगों की भलाई के लिए नई ऊंचाइयों तक पहुंचने की जिम्मेदारी भी सौंपते हैं।” सुरक्षा टाटा स्टील के लिए हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता रही है, और कंपनी अपने संचालन के हर पहलू में सुरक्षा की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। यह इस्पात क्षेत्र की अग्रणी कंपनी एक मजबूत सुरक्षा ढांचे का उदाहरण प्रस्तुत करती है, जो अपने कर्मचारियों की भलाई को सर्वोपरि रखती है।
भुवनेश्वर:आज ऑल इंडिया स्मॉल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वैलफेयर एसोसिएशन और नैशनल जर्नलिस्ट वैलफेयर बोर्ड के बैनर तले...
– अंतर्राष्ट्रीय ग्रामीण महिला दिवस – जाजपुर और क्योंझर से 100 से अधिक महिलाओं ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा सुकिंदा: टाटा स्टील फाउंडेशन (टीएसएफ) ने टाटा स्टील फेरो अलॉयज एंड मिनरल्स डिवीजन (एफएएमडी) के सुकिंदा क्रोमाइट माइन परिसर में अंतर्राष्ट्रीय ग्रामीण महिला दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया। कार्यक्रम की थीम “हमारे सामूहिक भविष्य के लिए ग्रामीण महिलाओं द्वारा प्रकृति का संरक्षण” था, जिसमें ग्रामीण, आदिवासी और कृषक समुदायों की महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया गया। इन महिलाओं ने न केवल सस्टेनेबल भूमि और संसाधन प्रबंधन को नया आकार दिया, बल्कि ग्रामीण समुदायों में जलवायु के अनुकूल विधियों को विकसित करने में भी एक सशक्त भूमिका निभाई है। सुकिंदा और कलिंगानगर (जाजपुर जिला) तथा बामनीपाल (क्योंझर जिला) क्षेत्रों की ग्रामीण और आदिवासी समुदायों से आईं 100 से अधिक महिलाओं ने इस कार्यक्रम में भाग लिया, जिन्होंने सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। समाज के निर्माण और ग्रामीण परिदृश्य को बदलने में ग्रामीण महिलाओं की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए, पंकज सतीजा, एक्जीक्यूटिव इंचार्ज एफएएमडी, ने कहा, “विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, हम महिला नेतृत्व के विकास में योगदान देने के प्रति प्रतिबद्ध हैं। एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट के रूप में, हमने हमेशा ग्रामीण महिलाओं की शक्ति, दृढ़ता और समाज में उनके बहुमूल्य योगदान का सम्मान किया है। चाहे कृषि हो या परिवार की देखभाल, उनके नेतृत्व ने हमेशा एक अधिक समान और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।” सभा को संबोधित करते हुए शंभू नाथ झा, चीफ माइन (एफएएमडी), ने ग्रामीण महिलाओं की गृह निर्माण और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका को सम्मानित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस अवसर पर बोलते हुए अंजना तिवारी, सीनियर एरिया मैनेजर, सेफ्टी (एफएएमडी), ने ग्रामीण विकास में गांव की महिलाओं के योगदान और समाजिक परिवर्तन में उनकी प्रमुख भूमिका को रेखांकित किया। इसके साथ ही, ओडिशा आजीविका मिशन (ओएलएम) और वन स्टॉप सेंटर (सखी) के वक्ताओं ने विभिन्न सरकारी योजनाओं और संसाधनों के बारे में जानकारी साझा की, जो ग्रामीण महिलाओं को संभावित अवसरों का पता लगाने और अपने हुनर का पूरा लाभ उठाने में मदद करती हैं। यह कार्यक्रम टाटा स्टील फाउंडेशन की ग्रामीण और आदिवासी समुदायों की महिलाओं को सशक्त बनाने के व्यापक प्रयासों का हिस्सा था। शिक्षा, कौशल विकास और आजीविका संसाधनों तक पहुंच प्रदान करने के लिए विभिन्न पहलों के माध्यम से, टाटा स्टील फाउंडेशन यह सुनिश्चित करता है कि महिलाएं अपने समुदायों का नेतृत्व करने और एक सतत् व आत्मनिर्भर भविष्य का निर्माण करने के लिए सशक्त बनें।
सुकिंदा: जलवायु परिवर्तन के प्रति अनुकूलन उपायों को बढ़ावा देने और किसानों को जलवायु-संवेदनशील कृषि पद्धतियों से...
भुवनेश्वर/जमशेदपुर: टाटा स्टील ने शनिवार को ओडिशा के कटक जिले के अथागढ़ में अपने फेरोक्रोम प्लांट में...
ओड़िशा। ओडिशा के पुरी में राजभवन के कर्मचारी बैकुंठनाथ प्रधान ने आरोप लगाया है कि सात जुलाई...