सहरसा-हेडमास्टर की सुझबूझ से तीन सौ बच्चौ काल की गाल में जाने से बचे

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ब्रजेश भारती

सहरसा ।

मिड डे मिल चखते ही बेहोश हुई एचएम को ईलाज के लिये अस्पताल में क्या भर्ती

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बिहार के सहरसा में आज छपरा जैसी दर्दनाक घटना की पुनरावृति होते-होते बची|सौर बाजार प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मेहता टोला में करीब तीन सौ बच्चे हैं ।सभी का खाना बनकर तैयार हो चुका था ।बच्चे अब खाने ही वाले थे की उससे पहले सरकारी निर्देश का पालन करती हुई स्कूल की प्रधानाध्यापिका कुमारी अंजन ने हल्का भोजन चखा ।लेकिन जैसे ही उन्होनें भोजन चखा की वे बेहोश होकर गिर पड़ीं ।स्कूल के सभी शिक्षक दौड़कर आये और बेहोश कुमारी अंजन को उठाया और तुरंत उन्हें लेकर बगल के एक चिकित्सक के पास पहुंचे ।इस हादसे से सभी शिक्षक और बच्चे बेहद सहम गए । खाना बच्चों के बीच नहीं परोसा गया और इसकी सूचना जिला मिड डे मिल प्रभारी शकील हुसैन,प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अरुण कुमार सहित कई अन्य अधिकारी को दी गई।

बड़ा हादसा टला : मिड डे मिल में जहर की आशंका

बिना समय गंवाए अधिकारी मौके पर पहुंचे और तैयार भोजन को जांच के लिए सदर अस्पताल भेज दिया ।अब जांच के बाद ही इस बात का खुलासा हो सकेगा की खाने में कौन सी विषैली चीज मिली हुयी थी ।अगर खाने में विषैली वस्तु की पुष्टि होती है,तो बड़ा सवाल यह है की आखिर खाने में विषैली पदार्थ किसने मिलाया और किस नीयत से ।वैसे अभी कुछ भी कयास लगाना बेमानी है ।लेकिन जिस तरह से प्रधानाध्यापिका बेहोश हुईं,सवाल उठना तो लाजिमी है ।यूँ जांच की प्रक्रिया जारी है ।आगे यह देखना बेहद जरूरी है की जांच में क्या निकलता है । भगवान ने समय रहते एक बड़ा हादसा टाल दिया ।

करीब तीन सौ बच्चों की बची जान :

मिड डे मिल प्रभारी शकील हुसैन ने कहा की आगे की तमाम कार्रवाई खाने की जांच में क्या निकलता है,उस पर टिकी है ।वैसे मौजूद शिक्षकों के साथ-साथ कुछ बच्चों के अलावे रसोइये का बयान ले लिया गया है । और जाँच की जा रही है |

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