JAMTARA
साइबर अपराध के क्षेत्र में पुलिस को लगातार सफलता मिल रही है। लेकिन जितनी भी सफलता है अब तक मिली है उससे बड़ी उपलब्धि गुरुवार को जामताड़ा साइबर थाना पुलिस के हाथ लगी है। साइबर अपराध की दुनिया का बड़ा अपराधी आनंद रक्षित 5 साल पहले तक बीपीएल परिवार की श्रेणी में आता था। आज वह साइबर अपराध के जरिए करोड़पति बन गया है। आनंद रक्षित का पुराना अपराधिक इतिहास है। साइबर टीम द्वारा छापेमारी के दौरान आनंद रक्षित पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाब हो गया लेकिन पुलिस ने उसके घर से 2100000 रुपए नगद सहित कार, बाइक, स्कूटी, मोबाइल फोन, एलईडी टीवी, जनरेटर आदि बरामद किया है। वही उसके पिता और पत्नी को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। हालांकि परिजनों की संलिप्तता सामने नहीं आने पर उन लोगों को पूछताछ के बाद पुलिस ने छोड़ दिया और आनंद की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
VO: साइबर अपराधी आनंद रक्षित बंगाल में 6 वर्ष पूर्व एक मामला दर्ज हुआ था। लाल बाजार न्यायालय कोलकाता द्वारा जमानत पर रिहा होने के बाद वह फिर से साइबर अपराध में लिप्त हो गया। इसकी गुप्त सूचना मिलने पर एसपी दीपक कुमार सिन्हा के निर्देश पर साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर हरेंद्र कुमार राय के नेतृत्व में टीम गठित कर छापेमारी की गई। पुलिस आने की भनक लगते ही आनंद रक्षित पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाब हो गया। जामताड़ा थाना क्षेत्र के सोनबाद गांव में की गई छापेमारी में आनंद रक्षित के घर से 21 लाख 8084 रुपए बरामद किए गए। वहीं उसके पास से एक स्विफ्ट डिजायर कार, एक अपाचे बाइक, एक स्कूटी, तीन एलईडी टीवी, एक जनरेटर, 8 मोबाइल फोन, 9 सिम कार्ड, 12 पासबुक, ₹684000 का फिक्स डिपॉजिट का कागजात तथा 23 लाख ₹65000 की जमीन खरीदी का कागजात बरामद किया गया है। आनंद रक्षित ने यह सारी संपत्ति साइबर अपराध के जरिए ही अर्जित किया है। गुरुवार को ही बरामदगी में नगदी समेत चल व अचल संपत्ति की कीमत लगभग 50 लाख से ऊपर है। पूरे मामले का खुलासा एसपी दीपक कुमार सिन्हा ने साइबर थाना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिया। साथ ही उन्होंने बताया कि इसकी संपत्ति की सूची तैयार कर ईडी को जप्त करने की कार्रवाई के लिए भेजी जा रही है। वही उसके पिता और पत्नी को पूछताछ के बाद संलिप्तता में शामिल नहीं होने के कारण छोड़ दिया गया।
Byte: दीपक कुमार सिन्हा, एसपी जामताड़ा

