Ranchi News :सरकार के जल जीवन मिशन को गति देने के लिए द/नज प्राइज और आशीर्वाद वाटर चैलेंज की घोषणा

2.5 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि और 19 करोड़ ग्रामीण परिवारों पर गहरा प्रभाव डालने की क्षमता

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रांची : द/नज प्राइज और आशीर्वाद वाटर चैलेंज की घोषणा से सरकार के जल जीवन मिशन को गति मिलेगी। इस मिशन के तहत वर्ष 2024 तक ग्रामीण भारत के सभी घरों में नल के ज़रिए सुरक्षित और पर्याप्त पीने का पानी उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। द/ नज फाउंडेशन और आशीर्वाद पाइप्स को भारतीयों की उद्यमशीलता और जमीनी स्तर पर इनोवेशन करने की क्षमता पर विश्वास है। इसलिए आशा है कि इस पुरस्कार से सामान्य सोच के अलग हटकर नए स्केलेबल विचार सामने आएंगे।

यह पुरस्कार वाटर प्यूरिफिकेशन के सोर्स, स्मार्ट डिस्ट्रीब्यूशन और स्टोरेज से जुड़े ऐसे समाधान खोजना चाहता है, जिनसे साफ पानी की निरंतर उपलब्धता और पहुंच को सुनिश्चित किया जा सके। इसके साथ ही पानी की कमी वाले क्षेत्रों में पीने के पानी की उपलब्धता बढ़ाने के लिए वाटर सोर्स रिचार्ज, डीसैलिनैशन, गंदे पानी की सफाई जैसे विषयों पर भी समाधान खोज़ने पर जोर दिया जाएगा।

इस पुरस्कार के लिए हिस्सा लेने वालों को सलाहकारों, भागीदारों और विशेषज्ञों का पूरा सहयोग मिलेगा। विशेषज्ञों में वेदिका भंडारकर (सीओओ, वाटर डॉट ओआरजी), वीके माधवन (सीईओ, वाटर एड इंडिया) और युगल किशोर जोशी (निदेशक, जल जीवन मिशन) शामिल हैं। इंवेस्टर पार्टनर्स में सोशल इम्पैक्ट वेंचर फंड्स जैसे सोशल अल्फा, भारत इनोवेशन फंड, आविष्कार और कैस्पियन शामिल हैं। नोलेज एंड रिसर्च पार्टनर्स में आईएचई डेल्फ्ट, इंडस वाटर इंस्टीट्यूट, वॉटर डॉट ओआरजी, इंडिया वाटर पोर्टल और आर्गेनाईजेशन फॉर इकोनोमिक को ऑपरेशन एंड डेवलपमेंट आदि संस्थाएं हैं। इनक्यूबेशन पार्टनर्स में इमेजिन एच2ओ एशिया, इंडस वाटर इंस्टीट्यूट, बिट्स पिलानी और स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर, आईआईटी कानपुर शामिल हैं।

भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार, प्रो के विजय राघवन ने कहा, ‘ द/नज प्राइज आशीर्वाद वाटर चैलेंज के ज़रिए हम महसूस कर रहे हैं कि सरकार, शिक्षा जगत, उद्योग एवं इनोवेटर्स जल सुरक्षा के लिए स्केलेबल समाधान खोजने के साथ-साथ पीने के पानी की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित करने में सहयोगी और उत्प्रेरक की भूमिका निभा सकते हैं।’

आशीर्वाद पाइप्स के प्रबंध निदेशक दीपक मेहरोत्रा ​​ने कहा,’ हम जमीनी स्तर एवं कम खर्च में किए जाने वाले इनोवेशन में किसी से पीछे नहीं हैं। वाटर मैनेजमेंट आशीर्वाद के डीएनए में है और हम इस पहल के साथ जुड़कर बेहद खुश हैं।’
जल जीवन मिशन के साथ, द/नज प्राइज भारत में 19 करोड़ घरों तक पीने का साफ पानी पहुंचाने का मौका दे रहा है।

द/नज सेंटर फॉर सोशल इनोवेशन की सीईओ, सुधा श्रीनिवासन ने कहा, ‘ द/नज का उद्देश्य मानवीय प्रतिभा, पूंजी और जनता का ध्यान वाटर सस्टेनेबिलिटी जैसे मुद्दों की तरफ खींचना है, जिन पर अब तक बेहद कम ध्यान दिया गया है। हम सामाजिक उद्यमियों को आकर्षित करने के कार्यक्रम को तैयार करने में आशीर्वाद पाइप्‍स के साथ भागीदारी करके बेहद उत्साहित हैं।
जल सुरक्षा भारत की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। दुनिया भर में पानी की गुणवत्ता के मामले में देश नीचे से दूसरे स्थान पर है। नीति आयोग के अनुसार 160 मिलियन भारतीयों की पीने के साफ पानी तक पहुंच नहीं है और देश में पानी की 70 प्रतिशत आपूर्ति दूषित है। जब वर्ष 2019 में जल जीवन मिशन शुरू किया गया था, तब 19 करोड़ घरों में से सिर्फ 3.29 करोड़ घरों में नल का पानी पहुंचता था।
भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक कार्यालय के साथ भागीदारी में लाए गए द/नज प्राइज आशीर्वाद वाटर चैलेंज के लिए अब आवेदन किया जा सकता है।

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