संवाददाता
जमशेदपुरः जिले की लचर बिजली व्यवस्था को लेकर सांसद विद्युत महतो समेत झारखंड मुक्ति मोरचा का एक प्रतिनिधिमंडल विद्युत जीएम सह चीफ इंजीनीयर एपी सिंह से मिला तथा एक मांग पत्र सौपा. इसमें विगत 23 अप्रैल 2010, 4.4.2012 व 30.06.2012 को किये गये समझौता को पूर्ण रुप से लागू करने की मांग की. 7.12.2002 को विद्युत विभाग के पदाधिकारियों द्वारा सर्वसम्मति से प्रत्येक विद्युत उप केंद्र को विदयुत देने पर सहमति बनी थी, जिस पर 15.4.2010 को विद्युत महाप्रबंधक ने भी अपनी सहमति प्रदान की थी. उसे सुचारू रूप से बहाल करने की मांग गम्हरिया ग्रिड में पचास एमवीए का ट्रांसफारमर लगभग चार वर्षों से खराब है, उसे शीघ्र बदला जाये, ताकि इस भीषण गरमी से राहत मिल सके. फिलवक्त 50 एमवीए का जो ट्रांसफारमर काम कर रहा है, अगर वह खराब हुआ, तो पूरा अंधेरे में आ जायेगा. मानगों में बननेवाले 132/33 केवी ग्रिड का निर्माण शीघ्र करने की मांग की गयी. झामुमो यह जानना चाहता है कि मानगो ग्रिड के लिए लाये गये 50 एमवीए का दो ट्रांसफारमर किस परिस्थिति में हटिया ग्रिड भेजा गया. जिले में क्षमता से अधिक लोड वाले ट्रांसफारमर पर अतिरिक्त ट्रांसफारमर लगाने की मांग भी की गयी, ताकि विद्युत के उपभोक्ताओं को राहत मिल सके. बालीगुमा विद्युत उप केंद्र का कार्य जून 2012 तक पूरा किया जाना था,लेकिन वह कार्य अब तक नहीं हो पाया है. इसका कार्य जल्द से जल्द कराया जाये.
विद्युत उपभोक्ताओं के यहां मैनुअल मीटर हटा कर इलेक्ट्रेनिक मीटर लगाया गया था, अब उसे हटा कर डिजीटल मीटर लगाया जा रहा है, जिसका झामुमो विरोध करता है, क्योंकि विदयुत फारमूला के अनुसार एक घंटा में एक हजार वाट चलने पर एक यूनिट होना चाहिए, लेकिन डिजीटल व इलेक्ट्रोनिक मीटर समानांतर भार देने पर अलग-अलग यूनिट दर्शाता है. एसपीएमएलर द्वारा लगाये गये ट्रांसफारमर में एबी स्वीच लगायी जाये एवं एलटी तार जो लूज है, जर्जर है, उसे अविलूंब बदला जाये, क्योंकि बार-बार एलटी तार गिरने के कारण कई घंटे 11 हजार वाले लाइन को बंद रखा जाता है. उपभोक्ताओं से इंसुलेटर, एंगिल व अन्य विद्युत उपकरण लगाने के नाम पर पैसा वसूल किया जाता है, इसे अविलंब रोका जाये व वैसे क्षेत्रीय विभागीय पदाधिकारियों पर कार्रवाई की जाये. पूर्वी सिंहभूम जिले के कई ट्रांसफारमर में तेल की कमी है व ट्रांसफारमर में अर्थिग वायर नहीं होने के कारण वोल्टेज कम बेसी होता रहता है. पूर्वी सिंहभूम जिले मे सौ से अधिक गांव ऐसे हैं, जहां बिजली अब तक नहीं पहुंची है. इसका कारण बिजली विभाग स्पष्ट करे, क्योंकि यह सेवा के कार्य में आता है, इन गांवों में बिजली कब पहुंचेगी, इसकी भी घोषणा बिजली विभाग करे. प्रतिनिधिमंडल में पूर्व सांसद सुमन महतो, केंद्रीय सदस्य बाबर खान, प्रमोद लाल, शेख बदरुद्दीन, लालटू सरदार, रोड़या सोरेन, रामदास सोरेन आदि शामिल थे.
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