Jamshedpur Today News-राज्य स्थापना दिवस के अगले ही दिन गरीबों पर अत्याचार समझ से परे : अंकित आनंद

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प्रकाशनार्थ

घोड़ाबंधा में बीपीएल परिवारों को बिजली विभाग ने थमाया हज़ारों का बिल, बीजेपी नेता अंकित आनंद ने बताया ज्यादती, जताया विरोध

● जीएम उचित हस्तक्षेप करें अन्यथा शुरू करेंगे भिक्षाटन आंदोलन : अंकित आनंद

जमशेदपुर के घोड़ाबंधा से सटे बस्ती खापचाडुंगरी में मंगलवार को विद्युत विभाग के अधिकारियों ने सघन जाँच अभियान चलाया। इस क्रम में दर्जनों बीपीएल परिवारों को दस हज़ार से अधिक का बिल थमाया गया। इससे बस्तीवासियों में खासी नाराज़गी और असंतोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने बिजली विभाग के अधिकारियों को बताया कि वर्षों से उन्हें बिजली बिल तक नहीं दिया गया और आज अचानक भारी भरकम बिल थमाकर घरों के कनेक्शन काट दी गई। इस मामले की जानकारी मिलते ही भाजपा नेता अंकित आनंद खापचाडुंगरी पहुंचें और विद्युत विभाग के एईई, एसडीओ के समक्ष इस इस कार्रवाई के विरुद्ध नाराज़गी जताया। अंकित ने विभाग के इस कार्रवाई को ज्यादती बताते हुए कहा कि एससी-एसटी वर्ग के लोगों पर राज्य स्थापना दिवस के अगले दिन की ऐसी अविवेकपूर्ण कार्रवाई समझ से परे है। वर्षों से विद्युत विभाग ने बिल नहीं थमाया और आज अचानक से गरीबों पर भारी भरकम बिल लाद दिये गये। भाजपा नेता अंकित आनंद ने मौके से ही जेबीवीएनएल के जीएम से भी दूरभाष पर कॉल करते हुए उचित हस्तक्षेप का आग्रह किया और मामले की जानकारी ट्विटर द्वारा जिला उपायुक्त सूरज कुमार सहित सूबे के मुख्यमंत्री और विभागीय अधिकारियों को भी दिया। अंकित आनंद ने कहा कि वे इस कार्रवाई को अनुचित मानते हैं और बुधवार को जीएम से मिलकर मामले में उचित समाधान करने की माँग करेंगे। सम्मानजनक पहल ना होने की स्थिति में ग्रामीणों के समर्थन में उतरकर भिक्षाटन आंदोलन की शुरुआत की जायेगी ताकि भारी भरकम बिजली बिल चुकता की जा सके। ग्रामीणों ने बताया कि बस्ती के अधिकांश घरों में बीपीएल श्रेणी की कनेक्शन दी गई थी, किंतु महीने-महीने मीटर रीडिंग नहीं हुई और वर्षों बाद आज अचानक से लंबी चौड़ी बिल थमा दी गई। बस्ती में रहने वाले ग्रामीणों में से ज्यादातर दिहाड़ी मज़दूर हैं। इनके लिए एकमुश्त भारी भरकम बिल भुगतान कर पाना कठिन चुनौती है। अंकित आनंद ने इस मामले में प्रशासनिक हस्तक्षेप का आग्रह किया है, अन्यथा की स्थिति में भिक्षाटन आंदोलन के आगाज़ की चेतावनी दी है।

 

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