JAMSHEDPUR -मैथिली मिथिला वासियों की भाषा- प्रोफेसर काजमी

मैथिली सम्मान दिवस पर पुरस्कृत हुई महिला लेखिका*

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जमशेदपुर। अंतर्राष्ट्रीय मैथिली परिषद द्वारा एग्रिको स्थित सुमन मेमोरियल ट्रस्ट में मैथिली सम्मान दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें नगर के मैथिली लेखिकाओं में डॉ शांति सुमन, डा त्रिपुरा झा, डॉ विभा कुमारी, कुसुम ठाकुर , अरुणा झा, नूतन झा, जूही झा एवं पम्मी प्रिया को प्रशस्ति पत्र एवं सौल से सम्मानित किया गया। तत्पश्चात भारतीय संविधान में मैथिली और झारखंड में मैथिली को सम्मान विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया।
परिचर्चा में विषय प्रवेश कराते हुए परिषद के अध्यक्ष डॉ रवीन्द्र कुमार चौधरी ने कहा कि 7 जनवरी 2004 को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में मैथिली को शामिल किया गया था । तब से मैथिलीभाषी इस तिथि को सम्मान दिवस के रूप में मनाते हैं। बतौर मुख्य अतिथि करीम सिटी कॉलेज के उर्दू विभाग के प्रोफेसर डा अफसर काजमी ने अपने संबोधन में कहा कि मैथिली किसी जाति और धर्म की भाषा नहीं है, यह मिथिला वासियों की भाषा है । मुख्य वक्ता के रूप में कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलानुशासक डा अशोक अविचल ने कहा कि मैथिली भारतीय संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त भाषा है, यह राज्य की द्वितीय राजभाषा भी है। इसे सम्मिलित प्रयासों से ही समृद्ध किया जा सकता है। परिचर्चा में समाजसेवी पशुपति झा एवं इंजीनियर डा अरुण कुमार झा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
सम्मान समारोह में मैथिली साहित्य और संस्कृति के विकास में विशिष्ट योगदान देने वाली नगर के मैथिली संस्थाओं में मिथिला सांस्कृतिक परिषद, लक्ष्मीनाथ गोस्वामी समिति एवं ललित नारायण मिश्र सांस्कृतिक एवं सामाजिक कल्याण समिति को भी स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
समारोह में मैथिली भाषा के समृद्धि एवम विकास के लिए विभिन्न निर्णय लिए गए। जिसमे प्रमुख रूप से JPSC में मैथिली भाषा को शामिल करने की मांग की गई, और आगामी जनगणना में सभी मैथिली भाषी को अपनी मातृभाषा मैथिली लिखने का आवाहन किया गया जिसका नेतृत्व संस्था करेगी।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां जानकी की चित्र पर पुष्पांजलि एवं नीलांबर चौधरी के भगवती वंदना से हुआ। कार्यक्रम का संचालन महासचिव पंकज कुमार झा, स्वागत भाषण विक्रमादित्य सिंह तथा धन्यवाद ज्ञापन अमलेश झा ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कमल कांत झा, दीपक कुमार झा,प्रवीण झा, एमसी मधुकर, डॉ पीएन झा आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

पंकज झा
महासचिव, अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद, जमशेदपुर
9334701364, 7004403181

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