जमशेदपुर।
जुनून और हौसलों की कहानी है मात्र 13 दिनों में पाकिस्तान की 93000 सैनिकों का भारत की सेना के समक्ष आँखों में आँसू लिए आत्मसमर्पण की गाथा। साथ ही फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ और जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा की कुशल युद्धरणनीति और भारत की वायु सेना तथा नौसेना के जबर्दस्त समन्वय को भी स्मरण करने का दिन है। आज यह।बात अपने संबोधन में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित क्रीड़ा भारती के प्रांत मंत्री राजीव ने कही। आर एस रस के अमित कुमार ने कहा कि भारतीय सेना दुनिया की श्रेष्ठ सैन्य शक्ति में से एक है जो किसी भी परिस्थिति का मुकाबला करने में सक्षम है। आज विजय दिवस की 50वीं वर्षगाँठ पर पूर्व सैनिक सेवा परिषद जमशेदपुर द्वारा आयोजित शौर्यान्जलि सह भारतमाता पूजन कार्यक्रम में भारतमाता के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पांजली अर्पित संगठन के वरीय सदस्य सूबेदार मेजर नीलकमल महतो और युवा देशभक्त रामजी ने संयुक्त रुप से किया। इसके बाद विषय प्रवेश करते हुए नवेन्दू कु गांगुली ने बताया कि आज वक्त है कि देश की तरुणाई को जागनेऔर राजनीतिक इक्षाशक्ति को सुदृढ़ता प्रदान करने की। इसके बाद 1971 के युध्दवीर को नमन और शहीदों तथा उनके मातापिता को शौर्यमय श्रद्धांजलि दी गयी। संगठन के अध्यक्ष ने भारत कि पहचान दुनिया के सर्वश्रेष्ठ देशों में हो इसके लिए हम सबको हर क्षेत्र में बेहतर कार्य करने की है। भारतमाता आरती का पाठ आर एसएस के अमित कुमार के संयोजन में हुआ।उसके बाद प्रसाद वितरण और कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन संयोजक नवल किशोर पाठक ने किया। इस कार्यक्रम में देशबक्त परिवार क्रीड़ा भारती राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बागबेड़ा हेल्पिंग हैंड्स अभुदय राष्ट्राचेतना और जय हिंद क्लब के सदस्य भी शामिल हुए और विजयोत्सव की खुशियां मानयी।कार्यक्रम में शामिल होने वालों में अमरदीप समद सुशील पंडित गोपाल कुमार कमलेश कुमार राय नवेन्दू गांगुली कृष्ण मोहन सिंह जसबीर सिंह निर्मल कुमार रॉकेश पांडे चंदन सोनू झा अजय कु सिंह सिद्धनाथ सिंह अवधेश कुनार नवीन सिन्हा सागर तिवारी शम्भू जी राम जी सत्यप्रकाश पंकज शर्मा अमरजीत सिंह राजा संतोष ठाकुर अभिषेक सहित 90 देशभक्त।
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