पटना।
बिहार मे AES से लगातार हो रहे मौत की वजह केंद्र और बिहार के स्वस्थ मंत्रियो के गले का काटा बन चुकी है सुप्रीम कोर्ट ने बीमारी को रोकने और बीमार बच्चो के लिए कौन -कौन से अहम कदम उठाये है इसकी रिपोर्ट सात दिन के अंदर जमा करने का आदेश दिया है
चमकी बुखार से मुजफ्फरपुर मे हो रहे मौत को लेकर 17 जून को सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने अर्जी दायर किया था जिस पर सोमवार को सुनवाई हुई और अगली सुनवाई 28 जून को होनी है इस जांच के बाद तय होगा हर्ष वर्धन और मंगल पांडे के खिलाफ FIR होगी या नहीं कोर्ट ने जांच की ज़िम्मेदारी ACJM को सौपी है
तमन्ना हाशमी ने याचिका मे कहा है की इस बीमारी का सिलसिला कई वर्षो से चलता आ रहा है हर साल सैकड़ो बच्चो की मौत होती है इस बात से सभी वाकिफ है फिर भी इसे रोकने के लिए न ही कोई जागरूकता अभियान चलाया गया और न ही कोई ठोस कदम उठाये गए
0214 मे जब केंद्रीय स्वस्थ मंत्री मुजफ्फरपुर आये थे तो कई वादे किये थे जिस पर कभी अमल नही किया गया और ये मौत का सिलसिला अभी तक जारी है अब तक सैकड़ो बच्चो की जाने जा चुकी है ।
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