उपराष्ट्रपति ने ‘वर्तमान और भविष्य के लिए पारंपरिक संस्कृति की प्रासंगिकता’ विषय पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया

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नई दिल्ली,24 मार्च
उपराष्ट्रपति श्री एम हामिद अंसारी ने आज ‘वर्तमान और भविष्य के लिए पारंपरिक संस्कृति की प्रासंगिकता’ विषय पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर श्री अंसारी ने कहा कि हम अपनी परंपरा से ज्ञानार्जित करते हैं। विद्वानों ने विभिन्न कालावधि के दौरान कठिन श्रम कर जीवन, धर्म, दर्शन, विज्ञान और कानून के विषय में तथ्य एकत्रित किये, वह बेहद महत्वपूर्ण हैं। यह ज्ञान समय की कसौटी पर कसा जा चुका है और इसका एक-एक तथ्य उचित और महत्वपूर्ण हैं। यह सब हमे अपनी समृद्ध परंपरा से प्राप्त हुआ है। परंपरा और आधुनिकता एक दूसरे के विपरीत नहीं है। हमारा प्रयास है कि इतिहास मे जो कुछ भी मूल्यवान है उसका उपयोग वर्तमान को बेहतर बनाने के लिए किया जाए।

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