JHARKHAND NEWS :गुरविंदर सेठी का शव रांची पहुंचते ही गमगीन हुआ माहौल,अंतिम संस्कार कल
पूर्व सांसद रविन्द्र राय,प्रीतम भाटिया, रविन्द्र रिंकू सहित कई पहुंचे आवास
रांची:अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष और सिख समाज के विभिन्न धार्मिक-आध्यात्मिक संगठनों से जुड़े समाजसेवी सरदार गुरविंदर सिंह सेठी का कल ह्रदय गति रुक जाने से पुणे में देहांत हो गया था.आज उनके पुत्र भाजपा नेता अस्मित सिंह सेठी समेत अन्य परिजन शव लेकर पुणे से रांची एयरपोर्ट पहुंचे जहां सिख समाज से लेकर भाजपा नेता और स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.मौके पर ऑल इंडिया स्मॉल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वैलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव प्रीतम सिंह भाटिया,बीर खालसा दल के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र सिंह रिंकू,प्रदेश उपाध्यक्ष सरबजीत सिंह,भाजपा नेता रविंद्र राय,रांची मेन रोड गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के सचिव और गुरविंदर सेठी के छोटे भाई गगन सेठी समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.
कल रांची पटेल चौक स्थित आवास से स्व.सेठी का शव सुबह 11.00 बजे मेन रोड गुरूद्वारा होते हुए 12.15 बजे भाजपा प्रदेश मुख्यालय पहुंचेगा जहां पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता श्रद्धांजलि देंगे.इसी क्रम में शव यात्रा दोपहर 12.30 बजे से 1.00 बजे तक हरमू मुक्ति धाम पहुंचेगी जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा.
पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता को खोने गम दे गया 2024-रविंद्र राय
पूर्व सांसद और प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रविन्द्र राय गुरविंदर सिंह सेठी के आवास पहुंचे जहां उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया और कहा कि दुःख की इस घड़ी में भाजपा परिवार आपके साथ है.उन्होने कहा कि सेठी जी एक समर्पित और निष्ठावान कार्यकर्ता होने के साथ ही हर परिस्थिति में खुश रहने वाले इंसान थे.उन्होने कहा कि 2024 जाते-जाते कभी न भूलने वाला गम देकर गया.
आज सिख समाज का प्रधान अंग टूट गया-रविंदर रिंकू
सिखों की धार्मिक व सामाजिक संस्था बीर खालसा दल के प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र रिंकू ने कहा कि आज सिख समाज का एक प्रधान अंग टूट गया जिसकी भरपाई कभी नहीं होगी.सेठी जी एक ऐसे इंसान थे जिनके दिल में मानवता कूट-कूट कर भरी हुई थी और वे न सिर्फ जान पहचान बल्कि अनजान लोगों की भी मदद को तैयार रहते थे.
पत्रकारों के हित में रेल मंत्री से मिलना चाहते थे सेठी-प्रीतम भाटिया
ऑल इंडिया स्मॉल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वैलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव प्रीतम सिंह भाटिया ने कहा कि सेठी जी न सिर्फ नेता और समाजसेवी थे बल्कि एक ऐसे कुशल लेखक और वक्ता थे जिन्होंने गुरूनानक जीवन और संदेश की रचना भी की.
उन्होंने कहा कि वे पत्रकारों को कोरोना काल में बंद हो चुके रेल यात्रा रियायत को पुनः लागू करवाना चाहते थे जिसे लेकर दिल्ली तक जाने की तैयारी थी.श्री भाटिया ने कहा कि दो दिन पहले ही दिल्ली जाने को लेकर अंतिम वार्ता हुई थी जब वे पुणे में एक पारिवारिक कार्यक्रम में भाग लेने अपने ससुराल पहुंचे थे.