गम्हरिया
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भारतीय राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंध अकादमी के छह सदस्यीय प्रशिक्षु वैज्ञानिकों का दल जिले के भ्रमण पर पहुँचे। वे आगामी 21 दिनों तक सरायकेला-खरसावां जिले की भौगोलिक स्थिति पर प्रशिक्षण एवं अनुसंधान करेंगे और यहाँ की कुषि तकनीकि से रूबरू होंगे। कृषि विज्ञान केन्द्र, गम्हरिया के वरीय वैज्ञानिक सह प्रमुख डॉ0 अरविंद मिश्रा ने वैज्ञानिकों को विभिन्न गतिविधियों एवं उपलब्धियों से उन्हें अवगत कराया। इस दौरान कृषि उत्पादन, सिंचाई, भौगोलिक परिवेश समेत अन्य विषयों पर एक-दूसरे से जानकारी साझा किया गया। डॉ0 मिश्रा ने बताया कि इस प्रशिक्षण का मुख्य लक्ष्य अंगीकृत गांव की कृषि एवं इससे संबंधित गतिविधियों का अध्ययन करना एवं समस्याओं को उजागर करके उनका समाधान करना है। इस मौके पर कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ0 पंकज सेठ, एस0 मुंडा, डॉ0 लिली मैकसिमा किसपोट्टा ने जिले की कृषि प्रणाली पर अपना विचार व्यक्त किया। प्रशिक्षु वैज्ञानिकों में झारखण्ड से अमरेश चौधरी एवं अनिमा महतो, कर्नाटक से विक्रम एवं सुभाष, हिमाचल प्रदेश से अजेयता रियालच एवं राजस्थान से राजाराम चौधरी शामिल हैं। डॉ0 मिश्रा ने बताया कि वैज्ञानिकों का यह दल इस क्षेत्र के लिए कारगर कार्य योजना तैयार कर रहे हैं।
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