नई दिल्ली।
टाटा स्टील के नोआमुंडी आयरन माइन (एनआईएम) को 2016-17 में सर्वश्रेष्ठ समग्र प्रदर्शन के लिए ’इंडियन मिनरल इंडस्ट्रीज (एफआईएमआई) बाला गुलशन टंडन उत्कृष्टता पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
29 अगस्त, 2017 को नई दिल्ली में एफआईएमआई द्वारा आयोजित एक पुरस्कार समारोह में कंपनी की ओर से श्री राजीव सिंघल, वीपी, (रॉ मैटेरियल), टाटा स्टील, श्री आर पी माली, चीफ एनआईएम, टाटा स्टील, श्री संजीत कुमार अध्या, हेड ऑपरेशंस, एनआईएम, टाटा स्टील और श्री दिव्यांशु श्रीवास्तव, सीनियर मैनेजर, (इम्प्रूवमेंट), ओएमक्यू, टाटा स्टील ने मुख्य अतिथि श्री अरुण कुमार (सचिव, खान मंत्रालय) से यह पुरस्कार ग्रहण किया। पुरस्कार समारोह के दौरान श्री पंकज सतीजा, जेनरल मैनेजर, (ओएमक्यू), टाटा स्टील को भी सम्मानित किया गया और खान के उत्कृष्ट प्रदर्शन में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए एक प्रमाणपत्र प्रदान किया गया। श्री आर पी माली ने श्री सतीजा की ओर से पुरस्कार ग्रहण किया।
पुरस्कार पर खुशी व्यक्त करते हुए श्री सिंहल ने कहा, “सस्टेनेबल खनन अभ्यासों के प्रति हमारे प्रयासों के लिए मिले इन पुरस्कारों से हम गौरवांवित हुए हैं। सस्टेनेबिलिटी हमारे व्यापार दर्शन का एक अभिन्न अंग है। व्यवसाय के पर्यावरण, सामाजिक और आर्थिक पहलुओं पर सकारात्मक प्रभाव डालना हमारा सतत प्रयास रहा है। निरंतर समावेशी विकास के साथ हम खनन में उत्कृष्टता जारी रखेंगे। “
ज्ञात हो कि डेस्कटॉप आकलन और प्रस्तुतिकरण के बाद एफआईएमआई अवार्ड 2016-17 की जूरी कमिटी के निर्णय के अनुसार एनआईएम को वर्ष 2016-17 के बाला गुलशन टंडन उत्कृष्टता पुरस्कार के लिए चुना गया। जूरी ने एनआईएम के समग्र प्रदर्शन की सराहना की और विशेषरूप से 2016-17 के लिए एफआईएमआई एक्सेंलेंस अवार्ड से एनआईएम को सम्मानित करने की सिफारिश की। अपने संचालन क्षेत्रों में आर्थिक, सामाजिक, पर्यावरण, स्वास्थ्य और सुरक्षा पहलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए एनआईएम ने यह पुरस्कार जीता। एफआईएमआई ने आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरण सस्टेनेबिलिटी के मुद्दों को आदर्श तरीके से संबोधित करने के लिए खनन उद्योग के प्रयासों को प्रेरित करने और सम्मानित करने के लिए इस पुरस्कार योजना की स्थापना की है।
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