जमशेदपुर-शहर को मिला ‘गो ग्रीन सिग्नल’: टाटा स्टील की एक अभिनव पहल

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जमशेदपुर।

टाटा टिस्कॉन पर्यावरण-स्नेही ब्रांड है, जो हमेशा सस्टनेबल अभ्यासों को बढ़ावा देने का प्रयास करता है। वर्ष दर वर्ष, विश्व पर्यावरण दिवस टाटा टिस्कॉन के लिए एक महत्वपूर्ण तिथि रही है और यह धरती को हरित बनाने व्यापक प्रयास को सहयोग देने के लिए विभिन्न अभियानों का संचालन कर रहा है। हालांकि, इस साल, टाटा टिस्कॉन ने इस अवसर को चिह्नित करने और जागरूकता बढ़ाने के लिए वास्तव में एक अनोखी पहल की, ताकि यह लोग दैनिक रूप से इसके अभ्यस्त हो जायें।

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यह विचार इस अंतर्दृष्टि से प्रेरित था कि हमारे दैनिक आवागमन के दौरान, हम सभी यातायात संकेतों पर ठहरते हैं और आगे बढ़ने के लिए हरे रंग की तीर की प्रतीक्षा करते हैं। टाटा टिस्काॅन की टीम ने इस तथ्य को भुनाने की सोची और प्रत्येक दिन लोगों को जागरूक कर उनके व्यवहार बदलने की दिशा में कोशिश की। यही ‘गो ग्रीन सिग्नल’ पहल थी, ताकि लोगों को उनके व्यस्त शहरी जीवन में एक पल के लिए रोक कर पर्यावरण के बारे में सोचने को प्रेरित करें। इसलिए, इस साल विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर, टाटा टिस्कॉन ने टाटा स्टील प्लांट और जमशेदपुर शहर में ‘गो-ग्रीन सिग्नल’ में यातायात संकेत दिये। सीधी हरी तीर, जो सीधे जाने के रास्ते को दर्शाती है, को एक हरे पेड़ के प्रतीक में बदल कर सबसे अनूठे तरीके से पर्यावरण के हरित पहलू को दर्शाया गया। बिष्टुपुर, बेल्डीह और जेनरल ऑफिस में यातायात संकेतों को ‘गो ग्रीन सिग्नल’ में बदल दिया गया और 5 जून की सुबह यात्रियों को एक सुखद आश्चर्य का अहसास हुआ। टाटा स्टील प्लांट के अंदर कई संकेत भी इस हरे पेड़ के प्रतीक में बदल दिए गए, ताकि जागरूकता फैल सके।

5 जून को टाटा टिस्काॅन की सेंट्रल मार्केटिंग टीम के साथ डिपार्टमेंटल हेड और प्लांट की टीमों की उपस्थिति में इस पहल का औपचारिक उद्घाटन किया गया। इनमें श्री गौतम मुखर्जी (चीफ वायर रॉड मिल), रमेश शंकर (हेड-न्यू बार मिल), प्रवीण कुमार यादव (हेड-सेक्यूरिटी वर्क्स), श्री अमिताभ सिंह (सीनियर मैनेजर-रोड मैनेजमेंट), श्री एस कार्तिक नारायणन (मार्केटिंग हेड- टाटा टिस्काॅन) और श्री पवन कुमार (सीनियर ब्रांड मैनेजर- टाटा टिस्काॅन) आदि शामिल थे। इसके ठीक बाद, टीम ने श्री कुलविन सूरी (चीफ-कॉर्पोरेट कम्युनिकेशंस) की उपस्थिति में बिष्टुपूर के प्रमुख सिग्नल में इस पहल का उद्घाटन किया। की शुरूआत की जो कि की गई थी।

इस पहल के अलावा, टाटा टिस्कॉन इस संदेश को प्रसारित करने और हरित होने के पहलू के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कई अन्य गतिविधियों कर रहा है। स्वयंसेवकों का एक समूह बनाया गया है, जो साइकिलों पर घूम-घूम कर जमशेदपुर के नागरिकों से इस पहल के बारे में उनकी राय जानेंगे। प्लांट के अंदर, स्वयंसेवक छोटे-छोटे समूह में कर्मचारियों से मिल रहे हैं और इस पहल के प्रति एकता दिखाने के लिए उन्हें शामिल कर रहे हैं। टाटा टिस्कॉन द्वारा जून माह को पर्यावरण माह के रूप में बनाने के लिए कई अन्य गतिविधियों की योजना बनाई गयी है।

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