चाईबासा।
पश्चिम सिहभूम के चक्रधरपुर शहर से लगभग 15 किलोमीटर दूर चाईबासा- चक्रधरपूर रोबगा कें जंगल मे बोड़दा गांव के फॉण्टुस बोदरा को बाघ तीन बच्चे मिले है। लुप्त प्रायः हो रहे बाघ के तीन तीन शावक रोबगा जंगल मे मिलने से बाघ के इस क्षेत्र में होने की खबर पुख्ता हो गयी है ।इस जंगल में बाध के बच्चे मिलने से पुरे गांव मे चर्चा का विषय बन गया है।स्थानिय बाध के तीन तीन बच्चे मिलने से ग्रामीणों में भय समा गया है।
बताया जाता है कि बोड़दा गांव के फॉण्टुस बोदरा रोबगा जंगल में लड़की चुनने गया था। लकड़ी चुनने के दौरान उसे जंगल मे बाध के तीन तीन बच्चे एक जगह दिखाई दिए। उसके बाद उसने तीनों बच्चे को उठाकर अपना घर ले आया है। वर्तमान तीनों बच्चे को बोरदा गांव के फंटूश बोदरा के घर में रखा गया है वन विभाग को इसकी सूचना दी गई है वन विभाग के द्वारा जानकारी ली जा रही है।
इस सर्दभ मे वनविभाग के रेंजन रामसुरत प्रसाद ने बताया कि चक्रधरपुर के बोड़दा गांव मे तीन बांध के बच्चे की सुचना मिली है।वहां पर वन विभाग के लोग गए है। उनके आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
वही बोड़दा गांव पहुंचे रेंजर विनय कुमार ने उसे बाध मानने से इनकार कर दिया । उन्होने कहा कि वह बच्चा बाघ नहीं जंगली बिल्ली के प्रजाति के यह शावक है।
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