हाजीपुर।
लालगंज थाना क्षेत्र में बुधवार को उग्र भीड़ ने एक दारोगा को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। पीएमसीएच में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी। मृतक अजीत कुमार बेलसर ओपी के प्रभारी थे और मूल रूप से बिहारशरीफ के रहने वाले थे। इधर पुलिस की फायरिंग में एक युवक और एक बच्चा बुरी तरह जख्मी हो गया। उनमें से युवक राकेश को पेट में गोली लगी और पीएमसीएच में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना के बाद लालगंज थाना क्षेत्र के अगरपुर मोहल्ले में भारी तनाव बना हुआ है। डीएम और एसपी सहित कई वरीय पदाधिकारी लालगंज में कैम्प कर रहे हैं।


घटना का कारण बीते मंगलवार को मैजिक पिकअप वैन से कुचलकर एक दादा-पोती की मौत के बाद फैला तनाव और अफवाह है। वैन से कुचलकर मरे दादा-पोती और चालक के अलग-अलग समुदाय के होने से मामला तूल पकड़ता चला गया। आक्रोशित लोगों ने चालक के घर सहित चार घरों को जला दिया। इसी दौरान पुलिस ने फायरिंग की। पुलिस की गोलियों से लालगंज थाने के रेपुरा गांव निवासी दीपा महतो का आठ वर्षीय पुत्र विकास कुमार और अताउल्लाहपुर गांव के वीरेन्द्र सिंह का 17 वर्षीय पुत्र राकेश कुमार घायल हो गए। दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद पीएमसीएच भेजा गया जहां राकेश की मौत हो गई। उसकी मौत की पुष्टि घटनास्थल पर पहुंचे एडीजी लॉ एंड आर्डर आलोक राज ने की। सैप का एक जवान भी घायल हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार बीते मंगलवार को अपराह्न 1.30 बजे लालगंज के अगरपुर गांव निवासी राजेन्द्र चौधरी अपनी पोती के साथ दरवाजे पर बैठे हुए थे। इसी दौरान एक मैजिक के चालक ने अनियंत्रित होकर दादा-पोती को कुचल दिया जिससे दोनों की मौत हो गई। इस घटना में लालगंज थाने के ही जहानाबाद गांव की लखिया देवी नामक एक महिला भी घायल हो गयी। घटना के बाद राजेन्द्र चौधरी के परिजनों ने अपने गांव के ही चालक रिजवान को पकड़ लिया। कुछ ही देर बाद रिजवान के समर्थक वहां पहुंचे और चौधरी के परिजनों के साथ मारपीट कर चालक को छुड़ाकर अपने साथ लेकर चले गए।
इधर घटना की जानकारी क्षेत्र में आग की तरह फैल गयी। लोगों का हुजूम अगरपुर मोहल्ले में जुटने लगा। भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने चालक के घर पर रोड़बाजी शुरू कर दी। लेकिन मौके पर पहुंचे एसपी राकेश कुमार ने चालक रिजवान को गिरफ्तार कर लिए जाने की जानकारी देते हुए मामला शांत करा दिया।
बुधवार की अहले सुबह घायल महिला लखिया देवी की भी मौत की अफवाह क्षेत्र में फैली। आसपास के कई गांवों के लोग वहां जुट गए। पूर्वाह्न नौ बजे एसपी वहां पहुंचे। बड़ी मस्जिद और जीए हाईस्कूल के पास जुटी भीड़ को पुलिस ने खदेड़ दिया। लेकिन महिला की मौत की अफवाह सुनकर जहानाबाद गांव से आयी भीड़ और पुलिस के बीच तिरहुत बांध पर भिड़ंत हो गयी। भीड़ की ओर से रोड़े और पेट्रोल बम चलाए गए। गोलीबारी भी की गयी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। इसी बीच पुलिस की गोली लगने से दो लोगों की मौत की अफवाह ने आग में घी का काम किया। चारों तरफ से भीड़ पुलिस पर टूट पड़ी। थाने की ओर जाती भीड़ को देख एसपी ने लालगंज थाने पर पहुंचकर मोर्चा संभाला। इसी बीच भीड़ ने चालक के घर में आग लगा दी। गैस सिलेंडर के फटने से आग फैलती चली गयी और आसपास के चार घरों में रखे लाखों रुपए के सामान राख हो गया।
इधर वहां विधि व्यवस्था को संभालने के लिए बुलाए गए बेलसर ओपी प्रभारी अजीत कुमार भीड़ के हत्थे चढ़ गए। जान बचाकर वे पास के ही एक घर में छुप गए। लेकिन भीड़ ने उन्हें घर से खीचकर पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। बाद में इलाज के दौरान घायल दारोगा की पीएमसीएच में मौत हो गयी।