
संवाददाता.जमशेदपुर,28 दिसबंर
पिछले 10 साल से लगातार कंपनी में काम करने के बावजूद स्थाय़ी न किए जाने से टीएसपीडीएल (टाटा रायसन) के वर्कर्स में नाराजगी है. उनका कहना है कि प्रबंधन व यूनियन दोनों मिलकर मजदूरों को बेवकूफ बना रहा है. रविवार को सभी वर्कर्स ने बारीडीह दुर्गा पूजा मैदान में कांग्र्रेस नेता आनंद बिहारी दुबे के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तय की. फिलहाल लगभग 250 अस्थायी कर्मचारी स्थायीकरण के लिए परेशान हैं. इनमें से कईयों की तो उम्र भी बुढ़ापे की दहलीज पर पहुंच गई है.
150 में से केवल 26 को किया गया स्थायी
इस संबंध में वर्कर्स का कहना है कि पिछले दिनों कंपनी द्वारा स्थायीकरण के लिए परिक्षा लिया गया था. इसमें 150 कर्मचारी ने परीक्षा दिया था, लेकिन केवल 26 को ही स्थायी किया गया. उनका कहना है कि प्रबंधन द्वारा कभी इस बात का खुलासा नहीं किया जाता है कि कितने कर्मचारी को स्थायी किया जाएगा.

यूनियन अध्यक्ष के करीबी का हर बार होता है स्थायीकरण
कर्मचारी में इस बात को लेकर भी आक्रोश है कि यूनियन केवल मैनेजमेंट का पिछलग्गू बना हुआ है और केवल अपना उल्लू सीधा कर रहा है. एक मजदूर ने बताया कि यूनियन प्रेसिडेंट राकेश्वर पांडेय के करीबियों का हर बार स्थायीकरण किया जाता है. उनके मामले में सीनियरिटी भी नहीं देखी जाती है. उन्होंने कहा कि इस बार जिन 26 लोगों का स्थायीकरण किया गया है, उसमें से भी एक यूनियन प्रेसिडेंट राकेश्वर पांडेय का करीबी है.
नहीं है कोई नियम–कानून
मजदूरों का कहना है कि वे पिछले 10 साल से अस्थायी रुप से काम कर रहे हैं. सीनियरिटी के हिसाब से भी अगर परमानेंट किया जाए, तो वे स्थायी हो जाएंगे, लेकिन कोई नियम कानून यहां नहीं है. करीबियों का 4 से 6 साल में परमानेंट हो जाता है तो सामान्य वर्कर्स वर्षों से केवल यह सब देखने का ही काम करते आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब बहुत हो गया. इसे लेकर 5 जनवरी को कंपनी गेट जाम करने की भी तैयारी की गई है. इस संबंध में संडे को वर्कर्स ने कांग्र्रेस लीडर आनंद बिहारी दुबे के साथ मिटिंग कर आगे की रणनीति भी तय की.
काफी संख्या में जुटे थे कर्मी
इस दौरान सुखबीर राणा, उत्तम साहू, राजाराम महतो, राजकुमार कालिन्दी, गोनू लोहार, बबलू, सूरज शर्मा, राजीव थ्री, एसएस राव, जितेन्द्र महतो, नागेन्द्र सिंह, अश्वनी पांडेय, संजय सिंह, सोमेश, महावीर, गुड्डू, दीपक कुमार, संतोष दास सहित अन्य उपस्थित थे.
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