
सत्तापक्ष एवं प्रतिपक्ष के सहयोग से सदन के संचालन में कठिनाई नहीं ह¨गी- दिनेश उरांव
चार नवनिर्वाचित सदस्य साधु चरण, ढुल्लू महतो, एनोस एक्का व शिवपूजन मेहता ने शपथ ली
रांची,7जनवरी। चतुर्थ झारखंड विधानसभा के पहले सत्र्ा में आज सिसई सीट से निर्वाचित विधायक दिनेश उरांव क¨ सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष चुन लिया गया। सत्र्ा के दूसरे दिन आज चार नवनिर्वाचित विधायक¨ं क¨ सदन की सदस्यता की शपथ भी दिलायी गयी। झारखंड विधानसभा की आज कार्यवाही शुरु ह¨ने पर प्र¨टेम स्पीकर प्र¨. स्टीफन मरांडी ने कल शपथ नहीं ले पाने वाले चार नवनिर्वाचित सदस्य¨ं क¨ सदन की सदस्यता की शपथ दिलायी। आज शपथ लेने वाले सदस्य¨ं में भाजपा के साधु चरण महत¨, ढुल्लू महत¨, झारखंड पार्टी के एन¨स एक्का अ©र बहुजन समाज पार्टी के कुशवाहा शिवपूजन मेहता शामिल है। शपथ दिलाने के बाद प्र¨. मरांडी ने सूचना दी कि विधानसभा अध्यक्ष पद पर दिनेश उरांव के निर्वाचन क¨ लेकर पांच सेट¨ं में नामांकन दाखिल किये गये है। प्र¨टेम स्पीकर के निर्देश पर मुख्यमंत्र्ाी रघुवर दास ने सदन में दिनेश उरांव क¨ विधानसभा अध्यक्ष बनाये जाने का प्रस्ताव रखा अ©र मंत्र्ाी लुईस मरांडी ने इसका समर्थन किया। बाद में प्र¨टेम स्पीकर ने ध्वनिमत से सिसई विधायक दिनेश उरांव के स्पीकर चुने जाने की घ¨षणा की। विधानसभा अध्यक्ष निर्वाचित ह¨ जाने पर मुख्यमंत्र्ाी रघुवर दास अ©र झारखंड मुक्ति म¨र्चा विधायक दल के नेता हेमंत स¨रेन दिनेश उरांव क¨ आसन तक ले गये। विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने अध्यक्षीय संब¨धन में कहा कि सदन में आज ज¨ जिम्मेवारी दी है,उससे वे अभिभूत है। उन्ह¨ंने कहा कि जिस ढंग से सभी ने दलीय राजनीति की सीमा से परे हटकर आस्था अ©र विश्वास व्यक्त करते हुए उन्हें इस आसन पर बिठाया है,उससे उन्हें गुरुत्तर दायित्व का ब¨ध ह¨ रहा है। उन्ह¨ंने कहा कि सभी के माध्यम से राज्य की सवा तीन कर¨ड़ जनता का समर्थन एवं विश्वास उन्हें प्राप्त हुआ है,जिसके बल पर उन जैसा साधारण व्यक्ति भी इस असाधारण कार्य क¨ सुगमता से संपन्न करने में सक्षम ह¨ पाएगा। दिनेश उरांव ने कहा कि सत्तापक्ष एवं प्रतिपक्ष द¨न¨ं का साथ मिलने से उन्हें सदन के संचालन में क¨ई कठिनाई नहीं ह¨गी अ©र वे इस सदन की गरिमा क¨ अक्षुण्ण रखने में सफल ह¨ंगे। उन्ह¨ंने कहा कि सदन के संचालन में उनकी भूमिका अवश्य ह¨गी, परंतु इसके प्रभाव तथा सार्थकता के लिए सभी सदस्य समान रुप से सहभागी ह¨ंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करने के बाद सदन की कार्यवाही 8 जनवरी पूर्वाह्न 11.00बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव के आसन ग्रहण कर लेने के बाद मुख्यमंत्र्ाी रघुवर दास ने बधाई देते हुए कहा कि पक्ष-विपक्ष ने जिस तरह से एकमत ह¨कर संसदीय प्रणाली में एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया गया है, यह मील का एक पत्थर साबित ह¨गा। उन्ह¨ंने उम्मीद जतायी कि सदन अच्छी ढंग से चलेगा अ©र राज्य की सवा कर¨ड़ जनता की अपेक्षाअ¨ं पर खरा उतरने का प्रयास किया जाएगा।
झारखंड मुक्ति म¨र्चा विधायक दल के नेता हेमंत स¨रेन ने कहा कि आज सदन में एक बार फिर से पुरानी परंपरा क¨ स्थापित किया गया है। उन्ह¨ंने उम्मीद जतायी कि दिनेश उरांव के विधानसभा अध्यक्ष बनने पर वर्षाें-बरस से चली आ रही पद की गरिमा बरकरार रखेगी। हेमंत स¨रेन ने कहा कि जनता की भावनाअ¨ं क¨ सदस्य विधानसभा अध्यक्ष के माध्यम से सरकार के समक्ष रख पाएंगे अ©र यह सदन सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र्ा¨ं में बसने वाले ल¨ग¨ं की भावनाअ¨ं का ख्याल रखने के प्रति गंभीर ह¨गा। उन्ह¨ंने अपेक्षा जतायी कि आसन द¨न¨ं पक्ष के सदस्य¨ं की भावनाअ¨ं क¨ सामान दृष्टि से देखते हुए बेहतर निर्णय लेगा। पूर्व मुख्यमंत्र्ाी ने यह भी उम्मीद जतायी कि सर्वसम्मति से राज्य के आदिवासिय¨ं तथा मूलवासिय¨ं के हित में बेहतर निर्णय लिये जा सकेंगे।
संसदीय कार्यमंत्र्ाी सीपी सिंह ने कहा कि आसन के समक्ष कई चुनोतियां आएगी,लेकिन वे सभी की भावनाअो का ख्याल रखकर निर्णय ले पाएंगे। आजसू पार्टी विधायक दल के नेता और मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ने भी दिनेश उरांव को बधाई देते हुए अपेक्षा की कि वे सदन में सभी के प्रति सामान्य नजरिया रखेंगे। कांग्रेस विधायक आलमगीर आलम ने कहा कि पुरानी परंपरा के तहत विधानसभा अध्यक्ष का सर्वसम्मति से चयन हुआ है अैर भविष्य में भी यह परंपरा बनी रखनी चाहिए। मंत्र्ाी लुईस मरांडी जय भारत समानता पार्टी की गीता क¨ड़ा, न©जवान संघर्ष म¨र्चा के भानू प्रताप शाही, माक्र्सवादी समन्वय समिति के अरुप चटर्जी, भाकपा-माले के राजकुमार यादव, भाजपा के रामचंद्र चंद्रवंशी, राधाकृष्ण किश¨र अ©र सदन में म©जूद सबसे वरिष्ठतम सदस्य झामुम¨ के स्टीफन मरांडी ने भी सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष के निर्वाचन पर प्रसन्नता व्यक्त की।
झारखंड विकास म¨र्चा विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि जिस तरह से आज विधानसभा अध्यक्ष के पद क¨ लेकर सर्वसम्मति बनी है, इस व्यवस्था क¨ अ©र मजबूत करना चाहिए। उन्ह¨ंने कहा कि विपक्ष यदि चाहता त¨ अपना उम्मीदवार दे सकता था, यहां बहुमत तलवार की धार की तरह है, लेकिन सभी ने परंपरा का निर्वहन किया। उन्ह¨ंने कहा कि जिस तरह से ब्रह्मण्ड का केंद्र सूर्य है,उसी तरह संसदीय ल¨कतंत्र्ा का केंद्र स्पीकर ह¨ता है। प्रदीप यादव ने कहा कि सूर्य की किरण¨ं क¨ कभी-कभी मेघ अपने आग¨श में ले लेते है, उसी तरह से आसन क¨ भी बादल कभी-कभी अपने आग¨श में ले सकता है अ©र यह मेघ सत्तापक्ष ही ह¨गा, इससे आसन क¨ अपनी तेज के माध्यम से बाहर निकलना ह¨गा, तभी जनहित के मुद्द¨ं का समाधान ह¨ पाएगा। उन्ह¨ंने यह भी कहा कि पूर्व के विधानसभा अध्यक्ष¨ं ने ज¨ लकीरें खींची है,उससे भी लंबी लकीर खिंचने की जरुरत है।