
पटना।

पश्चिम बंगाल में बर्धमान जिले के रथतला में राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर बुधवार की सुबह सड़क हादसे मे एक परिवार के सात सदस्यो को मौत हो गई। मृतको की पहचान पूर्व मध्य रेल मुख्यालय (हाजीपुर) में तैनात आरपीएफ कमांडेंट शेषनाथ सिंह, उनके पुत्र आरपीएफ इंस्पेक्टर राजन सिंह, पत्नी, बहू और तीन पोतियों के रुप मे की गई।वही शवों को विभूति एक्सप्रेस से आरा भेज दिया गया ।
बताया जाता है कि आरपीएफ कमांडेंड सिंह अपने परिवार के साथ कार से हावड़ा से पटना आ रहे थे। बर्धमान से गुजरने के दौरान रथतला के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग पर अलकतरा लदा टैंकर कार को ओवरटेक करने लगा। तभी टैंकर चालक ने नियंत्रण खो दिया और टैंकर डिवाइडर से टकराकर कार पर जा गिरा। कार पर सवार सभी लोग दब गए। स्थानीय लोगों और पुलिस ने लोगों को निकालने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे। इसके बाद दमकल कर्मियों व क्रेन की मदद से टैंकर को हटाकर कार सवार सभी सात लोगों के शव निकाले गए।शेषनाथ सिंह पूर्व मध्य रेल मुख्यालय में दो साल आरपीएफ कमांडेंट के पद पर तैनात थे। 31 मार्च को सेवानिवृत्त होने वाले थे। उनका बड़ा बेटा राजन कुमार सिंह हावड़ा में आरपीएफ के इंस्पेक्टर के पद पर तैनात था। सेवानिवृत्ति के मौके पर राजन अपने पिता के साथ रहना चाहते थे। हावड़ा से वह अपनी स्विफ्ट गाड़ी को स्वयं चलाते हुए पत्नी, तीन बेटियों एवं माता-पिता के साथ पटना आ रहे थे। एसएन सिंह भोजपुर जिले के बड़हरा थाना क्षेत्र के लौहरफरना गांव के रहने वाले थे। छह माह पूर्व उन्हें रेलवे की ओर से करबिगहिया स्थित रेल निवास में सरकारी आवास मिला था। वर्तमान वह पत्नी के साथ उसी सरकारी आवास में रह रहे थे।