दुमका।

जिले के बास्किचक से मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग अंतर्गत ग्रामीण जलापूर्ति योजना 87.26 करोड़ रुपये लागत के कुल 27 पेयजलापूर्ति योजनाओं का उद्घाटन बुधवार को किया। ग्रामीण पाईप जलापूर्ति योजना 28.01 करोड़ रुपये लागत के एक पेयजलापूर्ति योजनाओं का शिलान्यास किया। यह योजना संताल परगना के विकास की एक नई कड़ी जोड़ेगा। लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सरकार का संकल्प हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाना है। 2020 तक संताल परगना के हर घर तक सरकार शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए कृतसंकल्प है। संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली के बिना विकास की कल्पना नहीं की जा सकती है। सड़क, पानी, बिजली जैसी जरूरते आज के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है लेकिन पिछले 70 वर्षों में भी इस समस्याओं का निदान नहीं हो सका। 16 वर्ष झारखण्ड के गठन होने के बाद भी यहां के लोगों के घर बिजली नहीं पहुंच सकी थी लेकिन, 2 साल के अंदर सरकार ने 7 लाख घरों में बिजली पहुंचायी है। उन्होने कहा कि पहाड़ पर रहने वाले हमारे आदिवासी भाईयों के लिए भी सरकार इस वर्ष के अंत तक सौर उर्जा के माध्यम से उन तक बिजली पहुंचायेगी। उन्होंने कहा कि 2018 तक 24ग्7 बिजली की व्यवस्था झारखंड में होगी। उन्होंने कहा कि सिर्फ सरकार के चाहने से और करने से कुछ नहीं होगा आपको भी जागना होगा। आप भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करे। आपके ही पैसे से सरकार कल्याणकारी योजनाओं को आपतक पहुंचाती है। इसलिए बिजली बिल एवं अन्य कर जो सीधे सरकार तक पहुंचते हैं उनका भुगतान करें ताकि, सरकार और भी बेहतर विकास कार्य करने में समर्थ हो।
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि जनता की जय हो। जय की वास्तविक हकदार जनता जनार्दन है। जनता के हक को मारने वाले बिचैलिया हो या अधिकारी या फिर नेता, उन्हें माफ नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि नारे और वादे से कुछ नहीं होता जरूरत होती है। धरातल पर उन वादों को उतारने की ताकि लोगों को कल्याणकारी योजना का लाभ मिल सके। योजनाओं में जनता की भागीदारी के बिना कोई भी योजना सफल नहीं हो सकती। अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दें, ताकि वह राज्य के विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सके। शिक्षा से हित और अहित का ज्ञान होता है। अपने बच्चों को अपने से भी अच्छी जिन्दगी दें। उन्होंने कहा कि आज के समय में 80 प्रतिशत बिमारियां दूषित जल के कारण होती है। आप स्वस्थ रहेंगे तभी राज्य विकास करेगा। उन्होंने कहा कि तीन माह के अंदर 387 तलाब का निर्माण होगा एवं अभी 4 लाख डोभा निर्माण का कार्य चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की महिलायें मेहनती हैं। महिला सशक्तीकरण से ही संताल परगना के साथ-साथ झारखंड विकास करेगा। उन्होंने कहा कि हमारा राज्य अमीर है, और यहां के लाग गरीब हैं। इस गरीबी को दूर करने के लिए सरकार आखरी सांस तक लड़ेगी। गांव में रहने वाले गरीब को गरीबी से बाहर निकालना हमारा लक्ष्य है। 4 लाख 80 हजार महिलाओं को स्कील्ड कर उन्हें रोजगार मुहैया कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि लाह से बनने वाली चुड़ी हो या फिर सिल्क झारखंड अपनी अहम भूमिका निभाता है। 62 प्रतिशत सिल्क का उत्पादन झारखंड में होता है। बस जरूरत है सिल्क को प्रामोट करने की ताकि यहां के अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार का सुनहरा अवसर मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार आपके लिए है गरीब की सेवा सबसे बड़ा पुण्य है। मुर्गी पालन से तथा महिला सखी मंडल द्वारा कम्बल के निर्माण होने से सरकारी विद्यालयों में प्रतिदिन दिये जाने वाले अंडा का क्रय आसानी से किया जा सकेगा। उन्हें बेचने के लिए बाजार नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि संताल परगना के पिछड़े होने का मुख्य कारण यहां के भोले-भाले लोगों को बहलाना है। उन्होंने कहा कि शिक्षा से ही इन सारी चिजों को खत्म किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हर घर में शौचालय का निर्माण करायें ताकि माताओं और बहनों को शौच के लिए बाहर ना जाना पड़े। सबोधित करते हुए पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री चंद्र प्रकाश चैधरी ने कहा कि सरकार पेयजल के प्रति गम्भीर हैं एवं सभी लोगों को स्वच्छ पानी पिलाना है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेशनुसार 2020 तक संताल परगना में शत प्रतिशत पेयजल की व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत अबतक 6 लाख शौचालय का निर्माण कराया जा चुका है तथा 2018 तक झारखंड खुले में शौच मुक्त होगा।
सम्बोधित करते हुए समाज कल्याण मंत्री डा लोईस मरांडी ने कहा कि दुमका के लिए यह योजना का शिलान्यास एक उपलब्धि है। विद्युत और सड़क की स्थिति पूर्णतः सुधर गई है और इस योजना के लोकार्पण से पेयजल की समस्या बहुत हद तक खत्म हो जायेगी। उन्होने कहा कि दुमका और संताल परगना के विकास के लिए मुख्यमंत्री कृतसंकल्पित है। झारखंड में बदलाव दिखने लगा है। आने वाले समय में और बदलाव दिखेगा। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द कुमड़ाबाद पुल का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि हर कल्याणकारी योजनाओं में जनता का सहयोग हो तभी वह योजना सफल हो सकती है।
प्रधान सचिव पेयजल ए पी सिंह ने कहा कि इस योजना से 1 लाख लोग आच्छादित होंगे। 18 हजार वाटर कनेक्शन की क्षमता है। लेकिन अबतक सिर्फ 4 हजार कनेक्शन लोगों ने कराया है। उन्होने कहा कि स्कूल आंगनबाड़ी केन्द्रों को भी पेयजल हेतु कनेक्शन दिया जायेगा। सिर्फ 60 रु0 प्रति माह की शुल्क पर लोग शुद्ध पेयजल पी सकेंगे। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द संताल परगना के शत प्रतिशत जगहों पर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी।