
डी जी पी भी पहुँचे जमशेदपुर
संवाददाता,जमशेदपुर,21 जनवरी
जमशेदपुर मुसाबनी थाना क्षेत्र मे हुए नक्सली हमले घायल पुलिस कर्मी दुखिया मुर्मू की मौत ईलाज के दौरान टाटा मुख्य अस्पताल मे हो गई ।उसके पार्थिव शरीर को गोलमुरी पुलिस लाईन लाया गया जहां डी जीपी राजीव कुमार पहुँचे उन्होने उन्हे सलामी दी । इस दौरान पुलिस लाईन में सारे पुलिस पदाधिकारी मौजुद थे।

डी जी पी राजीव कुमार ने कहा कि जमशेदपुर जिला पुलिस कर्मी दुखिया मुर्मू के निधन को पुलिस चुनौती की रुप मे ले रही है ।सरकार के द्वारा सहायता राशी शहीद सिपाही के परिजनो को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि श्री मुर्मू एक कर्तव्यण्निष्ठ पुलिस कर्मी थे, जिन्होंने नक्सलियों के विरूद्ध अभियान में अपने जान की बाजी लगा दी। राज्य इनकी कर्तव्य परायणता को सदैव याद रखेगा। उन्होंने कहा कि ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें एवं उनके परिजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
विदित है कि पिछले दिनों जमशेदपुर जिला के मुसाबनी प्रखण्ड में आयोजित टुसू पर्व के दौरान नक्सलियों के आने की गुप्त सूचना पर ए0एस0पी0 अभियान द्वारा सी0आर0पी0एफ0 तथा जिला पुलिस बल के साथ घेरा बंदी की गई थी। मेले में नक्सली सामान्य वेश-भूषा में थे और पुलिस तथा नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। आॅपरेशन के दौरान ए0एस0पी0 श्री वर्णवाल के अंग रक्षक श्री दुखिया मुर्मू के सर में गोली लगी जिन्हें तत्काल जमशेदपुर स्थित टी0एम0एच0 में चिकित्सा हेतु भर्ती कराया गया परन्तु कल देर रात्रि उन्होंने अपनी अन्तिम सांस ली।
शहीद सिपाही राजनगर का रहनेवाला था
शहीद सिपाही दुखिया मुर्मू सरायकेला खरसांवा जिला के राजनगर का चिङीया पहाङ का रहने वाला था , वह जिला पुलिस में वर्ष 2011 में भर्ती हुआ था। 2013 के नवबंर माह में ही उसकी शादी हुई थी। दुखिया मुर्मू के परिवार में उसके पत्नी के अलावे उसका छोटा भाई और बहन और मां थी .पिता का देहांत पहले ही हो चुका था.उसके परिवार के भऱण पोषण का भार उसी पर था।