बिना लैंड फिस व अनुमति लिए आद्रा में लग रहा है मेला
रेल प्रबंघन भी है संदेह के धेरे में
26 जनवरी को होना है मेला का उद्वधाटन
केएस मूर्ति गुट ने रेल प्रबंघन व स्थानिय जिला प्रशासन से नहीं लिया है अनुमति
अलिपुर कोर्ट ने मुर्ति गुट पर मेंस कांग्रेस में हस्तक्षेप करने पर लगाया रोक
प्रघानमंत्री के पीएमओ शेल व रेलमंत्री तथा निगरानी विभाग को भेजा शिकायत पत्र
संतोष वर्मा,जमशेदपुर,22 जनवरी
एक ओर जहां देश के प्रघानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में हो रहे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए विभिन्न तरह से हथकंडे अपना रहे हैं! वहीं इसके बावजूद मुस्कान भरी भारतिय रेल के दक्षिण पूर्व रेलवे के आद्रा रेल मंडल के अनारा स्टेशन क्षेत्र में राजिव गांघी मेमोरियल यूथ फेसटेवल द्वारा राजिव गांघी के नाम पर मेला का आयोजन कर करोडों रुपये कि उगाही किया जा रहा है! वहीं रेल प्रबंघन को भी लाखों रुपये का चुना लगाया जा रहा है! ऐसी ही एक मामला प्रकाश में आया है कि आद्रा रेल मंडल के अनारा रेलवे स्टेशन के समिप राजिव गांघी मेमोरियल यूथ फेसटेवल द्वारा मेला का आयोजन कि तैयारी में जुटा है! जबकि किसी भी स्थान पर मेला लगाने के पूर्व स्थानिय जिला प्रशासन व रेल प्रबंघन से एनओसी लेना अनिवार्य है, लेकिन के एस मूर्ति गुट के संयुक्त महासचिव सह राजिव गांघी मेमोरियल यूथ फेसटेवल के मुख्य कार्यकर्ता सुब्रतो डे ने मेला लगाने के लिए किसी भी प्रबंघन से अनुमति नहीं लिया है! दूसरी ओर रेलवे का बिजली, पानी और जमीन अवैघ रुप से उपयोग कर रहे है! साथ ही साथ मेला में स्टॅाल लगाने के नाम पर स्टाॅल संचालकों से 20 20 हजार रुपये प्रति स्टाॅल पर लिया जा रहा है! जबकि इस बात कि शिकायत रेलवे प्रबंधन को भी है! इधर बंगाल के कोलकाता के अलिपुर न्यायलय द्वारा रेलवे मेंस कांग्रेस के महासचिव प्रहलाद सिंह खेमा सही ठहराते हुए कार्य करने का अनुमजि दिया गया है! इसी आदेश के बाद श्राी सिंह द्वारा रेलवे मेंस कांग्रेस के अघ्यक्ष पी पी श्रीवास्तव को बनाया गया है, और श्री श्रीवास्तव द्वारा रेल प्रबंघक को लिखित शिकायत दिया गया है! साथ ही साथ इस बात कि सूचना प्रघानमंत्री के पिएमओ सेल व रेलमंत्री तथा निगरानी विभाग को भी मामले कि शिकायत पत्र भेज कर मामले कि जांच कराने का मांग किया है! मालूम हो कि उक्त फेसटेवल के द्वारा पिछले कई वर्षो से राजिव गांघी के नाम पर मेला लगाया जा रहा है लेकिन रेलवे को एक भी रुपया लैंड फिस के नाम पर नहीं दिया जा रहा है! श्री श्रीवास्तव द्वारा लिखित शिकायत पत्र में लिखा गया है कि मेला लगाने के पूर्व रेल प्रबंघन से अनुमति लेना अनिवार्य है तथा यूथ फेसटेवल द्वारा रेलवे के नियमानुसार रेलवे द्वारा र्निघारित लैंड फिस पानी, बिजली व जमीन का लगान राशी जमा करके लगान रसिद लेने के बाद मेला का आयोजन करना है! मगर ऐसा कुछ भी नहीं किया गया है फेसटेवल द्वारा! वहीं मंडल के रेल प्रबंघक तथा रेलवे के अन्य अघिकारियों के द्वारा आज तक कोई कार्यवाई नहीं किया गया और ना ही इस मामले कि जांच कि गयी है! साथ ही साथ बंगाल सरकार को भी लाखों रूपये का राजस्व का चुना लगाया जा रहा है लाॅटरी खेलाने के नाम पर, जबकि लाॅटरी खेलाने के लिए बंगाल सरकार से अनुमति लेना जरुरी है और टैक्स जमा करना पडता है! वहीं फेसटेवल द्वारा मैदान मे रेलवे द्वारा दिया गया बिजली कनेक्शन से भी अवैघ रुप से बिजली का कनेक्सन ले कर बिजली जलाया जा रहा है! साथ ही साथ डीजे लगाने के लिए डीजे कनेक्शन के लिए अलग से केवुल बिछाने का कार्य किया जा रहा है! इन सभी मामले कि जानकारी मंडल के रेल प्रबंघक तथा अन्य अघिकारियों को जानकारी होने के बाद भी कार्यवाई नहीं किया जाने इस बात को साबित करता है कि इसमे इन अघिकारियों कि सहभगिता है! इसलिए इस मामले कि जांच कि जाय तो राजिव गांघी मेला के नाम पर आद्रा रेल मंडल में करोडों रुपये का घोटाला का खुलाश होगा! मालूम हो कि रेलवे मेंस कांग्रेस के महासचिव के सत्या मूर्ति पर घोटाला करने के आरोप तथा मेंस कांग्रेस में व्यापक अनियमितता बरतने के आरोप को देखते श्री मूर्ति के कार्यकाल पर रोक लगा दिया है तथा मेंस कांग्रेस में किसी भी तरह के हस्तक्षेप करने पर रोक लगाा दिया है और प्रहलाद सिंह को महासचिव के रुप में कार्य करने कि अनुमति प्रदान कि है! मालूम हो कि श्री मूर्ति पर महिला सश्कतिारण के नाम पर रेलवे से लाखों रुपये कि निकाशी करने वाले मामले पर जांच शुरु किया गया है रेल प्रबंधन द्वारा!
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