● शांति समितियों में दागियों को दी जा रही प्रधानता
● स्थानीय नेताओं और धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों की उपेक्षा है मुख्य कारण
जमशेदपुर।
होली की देर शाम टेल्को थानांतर्गत शिवनगरी में दो सामुदाय के बीच उतपन्न तनावपूर्ण स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए भाजपा के ज़िला मीडिया प्रवक्ता अंकित आनंद ने स्थानीय पुलिस की कार्यपद्धति पर सवाल करते हुए कहा कि टेल्को पुलिस की कमज़ोर शांति नीतियों का परिणाम स्वरुप है यह घटनाक्रम। उन्होंने मंगलवार को ज़ारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि होली के ऐन मौके पर विगत वर्ष की घटना की पुनरावृत्ति होते होते रह गयी। जहाँ उसी स्थान पर एक पक्ष द्वारा घर में घुसकर मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया था। बताया कि बीते वर्ष हीं भाजपा जिला मीडिया प्रभारी ने इस संबंध में टेल्को थाना की गलत नीतियों की लिखित शिकायत वरीय पुलिस अधीक्षक से करते हुए थाना स्तरीय शांति-समितियों एवं पुलिस पब्लिक समंवय समिति में स्वच्छ छवि के स्थानीय लोगों को जोड़ने की सलाह दी थी। इसके साथ हीं बारीनगर और शिवनगरी के बीचों बीच रिक्त सरकारी भूमि पर टीओपी निर्माण की भी माँग की गयी थी। किंतु इस दिशा में पुलिसिया संवेदनशून्यता के कारण निरंतर अशांति उतपन्न हो रही है। भंग पड़ी शांति समितियों की बैठकें आयोजित होती रहतीं हैं जिसमें क्षेत्र के दागियों को प्रधानता दी जाती है। कहा कि स्थानीय जन प्रतिनिधियों, समाजसेवियों और धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों की उपेक्षा से ऐसी असंतुलन उतपन्न होती है। कहा कि एक वर्ष पूर्व किये गए मांग के बावजूद अबतक शिवनगरी और बारीनागर के बीच रिक्त पड़ी सरकारी भूमि पर टीओपी का निर्माण न हुई और न ही प्रतिदिन पुलिस की गश्ती की बढ़ी है। संभावना जताया कि संज्ञान न लिए जाने पर स्थिति अनियंत्रित हो सकती है जो साम्प्रदायिक हिंसा का रूप लेगी। कल की घटना के बाद हालांकि पुलिस उपाधीक्षक अनिमेष नैथानी समेत स्थानीय भाजपा नेता पप्पू मिश्रा,रंजीत पांडेय, सामाजिक कार्यकर्ता कमाल अख़्तर, उप प्रमुख अफ़ज़ाल अख़्तर, अरुण शुक्ला, पप्पू त्रिपाठी समेत दोनों पक्षों के प्रबुद्ध लोगों के सकारात्मक पहल के लिए आभार भी जताया जिससे अप्रिय घटना को रोका जा सका। मांग किया कि रामनवमी से पूर्व विधिवत शांति इकाईयों का पुनर्गठन हो और शिवनगरी में टीओपी निर्माण कराई जाए।
( ● संलग्न : विगत 16/3/2016 को श्रीमान वरीय पुलिस अधीक्षक को प्रेषित माँग पत्र के पृष्ठ संख्या 2 एवं 3 में उल्लेखित माँगों का द्रष्टव्य करें। )
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