छेड़खानी के आरोपी शिक्षको का किया गया तबादला अभिभावकों ने प्रबंधन पर आरोपी शिक्षको के प्रति नरम रुख का लगाया आरोप

संवाददाता,जमशेदपुर(जादुगोङा),26 अगस्त
जादूगोड़ा स्थित परमाणु ऊर्जा केंद्रीय विद्यालय –दो में छेङखानी के आरोपी दोनों शिक्षको का तबादला स्कूल से कर दिया गया है , आरोपी शिक्षक रमेश प्रसाद का तबादला एईसीएस नरवा एवं एन महानती का तबादला एईसीएस तुरामडीह कर दिया गया है यह जानकारी यूसिल के अधिकारी सह स्कूल के एलएमसी चैयरमैन घोष हाज़रा ने दिया एवं उन्होने बताया की पूरे मामले की जानकारी एईईएस मुंबई भेज दिया गया है एक माह के अंदर आरोपी शिक्षको पर कड़ी कारवाई की जाएगी ।
इधर प्रबंधन द्वारा शिक्षको के तबादले से अभभावकों मे काफी रोष है उनलोगों का कहना है की ऐसे शिक्षको की गिरफ्तारी होनी चाहिए और उन्हे जेल भेजा जाना चाहिए ताकि भविष्य मे कोई शिक्षक ऐसा करने की हिम्मत न कर सके अभिभावकों का कहना है की बच्चे अभी भी डरे सहमे है और वे स्कूल जाने से कतरा रहे है एवं उन्होने प्रबंन्धन पर आरोप लगाया की प्रबंधन द्वारा शिक्षको को जेल जाने से बचाने का प्रयास किया जा रहा है ।
जबकि केंद्र सरकार छेड़खानी मामले मे काफी कडा रुख बनाया हुआ है और इसके लिए हाल के वर्षो मे कानून मे संसोधन भी किया गया है लेकिन स्कूल प्रबंधन द्वारा आरोपी शिक्षको पर काफी नरम रुख अपनाया जा रहा है ।

गौरतलब है कि परमाणु ऊर्जा केंद्रीय विद्यालय –दो के शिक्षक रमेश प्रसाद एवं एन महानती पर स्कूल के बच्चियों ने गलत हरकत करने का आरोप लगाया था इस संबंध मे स्कूल प्रबंधन ने पाँच सदस्यीय जांच टीम बनाया है जिसमे डॉ कंचन भट्टामिश्रा को जांच टिम का हेड बनाया गया है , जांच के दौरान टीम के सदस्यो ने बच्चो से पूछताछ कि तो उन्हॆ जानकारी मिली की दोनों शिक्षको ने कई बच्चियो के साथ छेड़खानी किया है , जांच टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट स्कूल प्रबंधन और एलएमसी चैयरमैन को दे दिया है ।
स्कूल के प्रार्चाय ने बताया की जांच रिपोर्ट मुंबई भेज दिया गया है आगे की कारवाई मुंबई से होगी ।
छेड़खानी के मामले मे आक्रोशित अभिभावकों ने सोमवार को स्कूल मे जमकर बवाल काटा था एवं जादूगोड़ा थाना प्रभारी से मिलकर आरोपी शिक्षको पर कारवाई की मांग की थी जिसके बाद स्कूल प्रबंधन ने दोनों शिक्षको को हटाने का कार्य किया जिसके तहत दोनों का तबादला कर दिया गया ।
शिक्षको के तबादले से अभिभावकों ने राहत की सांस ली है लेकिन अभिभावकों का कहना है की ऐसे शिक्षको को नौकरी से निकाल बाहर करना चाहिए क्योंकि ये जहां रहेंगे इस तरह की घटना करते रहेंगे और स्कूल मे बच्चे कैसे सुरक्षित रह पाएंगे ।