

कोडरमा,।
एक ओर केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार आम अवाम को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिये तरह-तरह के उपाय कर रही है। नये-नये अस्पताल एवं मेडिकल काॅलेज खोले जा रहे हैं, परंतु सरकार के इन प्रयासों को स्थानीय अस्पताल प्रशासन द्वारा तमाचा मारा जा रहा है। मंगलवार को सदर अस्पताल के गेट के सामने मानवता एक बार फिर शर्मसार हुई। अस्पताल गेट पर एक महिला ने खुले स्थान पर एक बच्चे को जन्म दिया और अस्पताल प्रशासन की ओर कोई कर्मचारी उसकी मदद के लिये नहीं पहुंचा। आसपास खड़ी महिलाओं ने घेरा बनाकर उक्त महिला को परदा देने का काम किया और बच्चे के प्रसव में मदद की। जानकारी के अनुसार कोडरमा थाना अंतर्गत पांडेयडीह निवासी 28 वर्षीय महिला शमा परवीन (पति मो. कयाम) को दिन में प्रसव पीड़ा हुई। परिजन उसे तत्काल एक आॅटो में बिठाकर कोडरमा सदर अस्पताल लाये। अस्पताल में दाखिल होने के पहले ही उक्त महिला प्रसव पीड़ा से बुरी तरह कराहने लगी। तत्काल उसे आॅटो से उतारा गया और अस्पताल के गेट के पास ही वो बैठ गई। जहां उसने आधे घंटे की प्रसव पीड़ा के बाद एक पुत्र को जन्म दिया। इस आधे घंटे के वाकये में अस्पताल का कोई कर्मचारी वहां नहीं पहुॅचा। वहां खड़ी कुछ महिलाओं ने उक्त महिला को घेरा बनाकर प्रसव में मदद की। परिजनों ने अस्पताल के चिकित्सकों एवं कर्मियों पर आरोप लगाया कि आधे घंटे तक महिला प्रसव पीड़ा से छटपटाती रही, परंतु अस्पताल की ओर से कोई भी वहां नहीं पहुंचा। प्रसव के पश्चात एक नर्स बच्चे को उठाकर और महिला को टूटे हुए स्ट्रैचर पर लाद कर अस्पताल ले गई।