
10 फरवरी से आमरण अनशन पर बैठेंगे

संवाददाता,जमशेदपुर,09 जनवरी
एनआइटी (पूर्व में आरआइटी) जमशेदपुर में 6 सितंबर 1999 से पूर्व सेवानिवृत शिक्षक व कर्मचारी पेंशन की मांग को लेकर कल शनिवार सुबह 10 बजे से कॉलेज के मुख्य प्रशासनिक द्वार के समक्ष क्रमिक अनशन में बैठेंगे. यदि उनकी मांग नहीं मानी गयी तो आगामी 10 फरवरी से आमरण अनशन किया जायेगा. इस संबंध में संस्थान के निदेशक को लिखित सूचना दी गयी है. यह जानकारी संस्थान के सेवानिवृत कर्मचारी भागीरथी महतो, रघुनाथ महतो, एनसी ऋृषि, नारायण चंद्र संतरा, अंबिका चंद्र शर्मा, एनपी चौधरी, आरपी वर्मा, सुरेश महतो, रामा भगत व महावीर मोदी आदि ने संयुक्त रूप से
ेंप्रेस वार्ता में दी. सेवानिवृत कर्मचारियों ने बताया कि वर्ष 1972 में केंद्र सरकार से आदेश आया कि सभी आरटीआइ कॉलेज में ट्रीपल बेनफीट स्कीम लागू किया जाये. इसमें 10 वर्ष बाद बीओजी आरआइटी ने शुरू किया और कहा कि 1.4.1992 से पेंशन लागू किया जाये. इसके बाद संस्थान के निदेशक ने कर्मचारियों से ऑप्सन मांगा कि पुराना स्कीम (सीसीपीएफ) या नया स्कीम (पेंशन, फेमिली पेंशन व सीसीपीएफ) में क्या चाहते हैं? कर्मचारियों ने नया स्कीम ऑप्सन को चुना. इसके बाद बीओजी आरआइटी ने इसे अनुमोदन के लिए तत्कालीन बिहार सरकार के पास भेजा, लेकिन बिहार सरकार ने इसे 9 वर्ष तक लटकाये रखा. अंत में 6 सितंबर 1999 में पेंशन देने के लिए स्वीकृत किया, लेकिन शत्र्त रखा कि 6 सितंबर 1999 के बाद सेवानिवृत होने वाले कर्मचारियों को पेंशन दिया गया और 6.9.99 से पूर्व सेवानिवृत होने वाले कर्मचारियों को पेंशन नहीं दिया गया, जिससे कर्मचारियों का गुजर-बसर करना काफी मुश्किल हो गया.
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