NEWS DESK — सावन का महिना 17 जुलाई से शुरू हो चुका है और पहली सोतवारी व्रत 22 जुलाई को होगी इस वर्ष चार सोमवारी पडेगी जैसा की हम सभी जानते है सावन का महिना भगवान भोले नाथ को समर्पित है और सनातन धर्म में सावन को बहुत ही पवित्र माना गया है इस महिने में भगवान की पुजा अर्चना के लिये विशेष मानी गई है कुछ खास नियमो के साथ भगवान शिव की पुजा अर्चना की जाये तो वे जल्द ही प्रसंन होकर मनचाहा वरदान देते है
भगवान शिव का एक नाम आश्ुतोष भी है जिसका मतलब होता है जल्दी प्रसंन हाने वाला । इसलिये अगर आप इतने भी सक्षम नही है की विधी विधान से पुजा नही कर सकते तो निरास होने की आवश्कता नही है अगर आप श्रध्दार्पुवक
केवल एक लाटा जल ही चढा दे तो इससे भी भोलेनाथ जल्द प्रंसन हो जाते है
एक ओर जहा सावन शिव को अर्पित है वही यह महिना महिलाओं के लिये भी उत्साह से भरा होता है महिलाओ की आत हो और साज श्रगांर की न हो तो अधुरा सा लगता है सावन और हरियाली का जैसे चोली दामन का रिश्ता है इसिलिये तो सावन आते ही बाजार में एक अलग ही रौनक देखने को मिलती है बाजार भी हरे रंग के साजो सामान की डिमांड बढ जाती है
मेहदीं का चलन है काफि पुराना : सावन की बात हो और मेहदीं की न हो तो अधुरा सा लगता है सावन के साथ साथ रक्षा बंधन और हरितालिका तीज के कारण भी इसकी मांग बढ जाती है साथ ही ऐसी मान्यता है कि मेहदीं का रंग जितना गहरा होगा उतना ही उसके जीवन साथी और ससुराल वाले का प्यार गहरा होता है साथ ही ये सोलह श्रंगार का एक भाग माना जाता है । इसलिये इसकी डिमांड ज्यादा रहती है
हरे रंग की सारियो की रहती है खासा डिमांड
सावन आते ही पुरा बाजार गेरूआ और हरे रंग के वस़़़़्त्रो से सज जाती है हरे रंग के साडियो की डिमांड शहर में बढ जाती है ।दुकानदार बताते है कि सावन शुरू हाने से पहले ही साडियो का बडा खेप मगंवाते है ताकि डिमांड पुरी की जा सके ।
रंग बिरंगी चुडिया हरे रंग में बदल जाती है .
साडी की बात हो और चुडियो की न हो ऐसा हो ही नही सकता साडी का पहनावा चुडियो के बगैर अधुरा है इसलिये सावन शुरू होते ही बाजार में कई बराइटी और डिजाईनो से चुडियो का बाजार सज उठती है महिलाओं की रंग बिरंगी चुडिया हरे रंग में तबदिल हो जाती है कांच के अलावा मेटल लाह और ग्लिटर वाली चुडियो की मांग काफी बढ जाती है
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