सहरसा।
– बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के सिटानाबाद गांव में शव पहुचतें ही परिजनों में मजा कौहराम
-पुराने रंजिश को लेकर दोस्त ने ही दोस्त की कर दी हत्या
सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) ब्रजेश भारती की विशेष रिपोर्ट :-
बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के सिटानाबाद उत्तरी पंचायत के एक युवक को उसके दोस्त ने ही मुंबई ले जा कर हत्या कप दी।
हत्या का कारण पुरानी रंजिश बताया जा रहा है। हत्यारोपी व मृतक दोनो सिटानाबाद गांव का ही रहने वाला हैं। मुंबई में हत्या के बाद वुधवार को शव गांव पहुचतें ही परिजनों में कौहराम मच गया है। वही हत्या को लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त हैं।
घटना के संबंध में मृतक के पिता सिटानाबाद उत्तरी निवासी मो शमीम ने बताया कि मेरा पुत्र मो जसीम कोलकाता में दर्जी का काम कर परिवार का गुजर – बसर करता था।कुछ दिनों पूर्व ईद पर्व के अवसर पर वह घर आया हुआ था ईद में उसका पड़ोसी मो रब्बान के पुत्र मो एहसान भी घर आया हुआ था। दोनो दोस्त जब मिले तो मो एहसान ने मो जसीम को कोलकाता से बेहतर कमाई मुंबई में होने की बात कह वहां चलने को कहां।
वही ईद समाप्ति के बाद मो एहसान की जिद पर मो जसीम एहसान के साथ बीते 06 जुलाई को सिमरी बख्तियारपुर से मुंबई रवाना हो गया।नौ जुलाई की सुबह जसीम और एहसान मुंबई पहुंचे।एहसान जसीम को लेकर सिटानाबाद निवासी सरफराज के नवी मुंबई स्थित टेलर की दुकान पर ले गया।जहाँ एहसान ने जसीम को सरफराज की दुकान में अपने संग काम करने की बात कह वही दुकान में तत्काल रहने को कह दिया।
9 तारीख को दिन बीतने के बाद रात में टेलर दुकान पर ही मो जसीम और एहसान सो गये।देर रात्रि जब जसीम नींद की आगोश में चला गया तो एहसान ने मुंबई में ही साईकिल रिपेयरिंग की दुकान चलाने वाले अपने भाई मो असलम को बुला लिया और असलम और एहसान दोनों ने मिल कर गला दाब कर जसीम की हत्या कर दी। मुंबई पुलिस सुबह दुकान से शव बरामद कर हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर शव को घर भेजवा दिया।
मुंबई से मो जसीम का शव लेकर लौटे उसके परिजनों ने बताया कि 9 जूलाई की रात्रि जसीम की हत्या करने के बाद मुंबई पुलिस ने मुंबई में ही रह रहे एहसान और असलम के पिता मो रब्बान के पास पहुंच पूछताछ की तो रब्बान ने पुलिस को बताया कि दस जुलाई की अहले सुबह एहसान और असलम आकर मुझसे मिले और उन्होंने घटना की जानकारी देते हुये हुए भाग जाने को कहा।परंतु मैने उसे कहा कि गलती तुमदोनो ने की है तो मै नही भागूँगा, तुम दोनों भी पुलिस के पास जाकर गुनाह कबूल लो।
6 जुलाई को 13 तीन की बेटी को छोड़ कमाने गया था मुंबई –
सिटानाबाद निवासी मो शमीम का इकलौता वारिस मो जसीम की कुछ साल पूर्व ही शादी हुई थी।वही मात्र 13 दिन पूर्व एक बेटी भी हुई थी। बेटी के जन्म के बाद पत्नी को जल्द आने को कह एहसान के कहने पर जसीम मुंबई चला गया।वही चार दिन बाद उसकी लाश लौटी।वही शव घर पहुँचने के बाद जसीम के घर में मातम का माहौल है।जसीम की पत्नी रानी प्रवीण का भी रो – रो कर बुरा हाल है।
वही माँ और पिता के भी बीते दो दिनों से आँखों से आंसू नही रुक रहे।वही बुधवार दोपहर जैसे ही जसीम का शव सिटानाबाद पहुंचा।वैसे ही ग्रामीणों की भीड़ जसीम के घर पर जुट गई।ग्रामीणों के मुताबिक जसीम एक मिलनसार लड़का था, हमेशा गरीबो के लिए सोचना उसकी व्यवहार में शामिल था। हलांकि हत्या को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है ।
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