सरायकेला-खरसवाॅ।
चांडिल में पर्यटकों का आने की शुरूवात हो चुकी है । मुख्यमंत्री के एलान की चांडिल डैम के दृश्य अतुलनिय है । इससे इको टुरिज्म में बनाने की बात कही । हलाकी पर्यटक चांडिल डैम के मनोरम छटा और हसीन वादियों का आनन्द उठाते थे । परन्तु बरसात में डैम का जलस्तर उठा और विस्थापितों के उग्र आन्दोलन के कारण डैम के सुरक्षा के दृष्टिकोंन से स्थानिय एवं जिला प्रशासन के आदेश पर 144 लगाया गया था । जिस कारण डैम के उपर का रास्ता प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर स्थानिय लोगों के साथ पर्यटकों को भी रोक दिया गया । इस मामले पर विस्थापित बांध मत्स्य जिवि सहकारि समिति द्वारा अनुमण्डल पदाधिकारी को एक लिखित आवेदन सौपा गया । समिति की मांग है कि जिस प्रकार झारखण्ड के विभिन्न जलाश्यों में पर्यटक को बेरोक टोक से प्रकृतिक का आनन्द उठाते है उसी प्रकार चाडिल डैम को भी पर्यटकों के लिये खोल दिया जाय। अनुमण्डल पदाधिकारी भगीरथ प्रसाद ने समिति को अश्वासन दिया । उन्होने कहा की विस्थापितों उग्र अन्दोलन के कारण प्रशसन ने ठोस कदम उठायी । डैम की सुरक्षा की हम सब का कत्र्तव्य है । समिति के अध्यक्ष श्यामल मार्डी,सचिव नरायण गोप उपस्थित थे ।
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