व्रजपात से बचने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने दिया कई दिशा-निर्देश
जमशेदपुर।
झारखंड मे इस बार व्रजपात से मरने वालो की संख्या काफी रही है। वही एक दो दिनो के अंदर मानसुन प्रवेश कर जाएगा।वही मानसुन में कम से कम जान माल का नुकसान हो उसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जिले के सारे सरकारी और निजी विधालय का दिशा निर्देश जारी किया गया है।ताकि सारे स्कूलो में पढने वाले बच्चे सुरक्षित रह सके।
जानकारी अनुसार पुरे जिले में करीब 145 हाईस्कूल और541 माध्यमिक विधालय है।निजी विधालयो के द्वारा तड़ित चालक की व्यवस्था अपने विधालयो किया गया। लेकिन सरकारी विधालय प्रत्येक वर्ष तडित चालक की चोरी होने की शिकायत आती रहती है।इसको लेकर कई सरकारी स्कूलो के विधालय के प्रबंधन समिति के द्वारा चोरी की शिकायत थानो में की गई है।सरकार की ओर तड़ित चालक लगाने की कोई फंड नही होने से विधालय के प्रबंधन समिति के द्वारा दोबारा उन्हे लगाने मे कई दिक्कतो का सामना करना पड़ता है। क्योकि एक तडित चालक की कीमत18हजार से 25 हजार तक होती है। उतने कीमत की तड़ित चालक लगाने के पहले प्रबंधन को काफी कुछ सोचना पड़ता है।
इस सबंध में जिला शिक्षापदाधिकारी राजकुमार प्रसाद सिह ने बताया कि अगामी मानसुन को देखते हुए जिले के सारे उच्चे विधालय और माध्यमिक विधालय में तड़ित चालक लगाने के लिए कह दिया गया है।लेकिन 35 प्रतिशत से ज्यादा स्कूलो मे जानकारी मिली कि उनकी तड़ीत चालक चोरी हो गई।उन्होने कहा कि इसके अलावे अग्निशामक यंत्र को रिफलींग कराने को भी कहा गया है।कई स्कूलो मे अग्निशामक यंत्र नही रहने के कारण स्कूलो मे बाल्टियों मे बालू भऱकर तैयार रखने को कहा गया है।इसके अलावे विधालय के प्रबंधन समिति को कहा गया है कि वे स्कूलो मे पढने वाले बच्चो को आग बुझाने के तरीका म़ॉकड्रिल करके बताए। इसके अलावे विधालय के आस पास धुम्रपान निषेध का बोर्ड भी लगा दिया गया है। ताकि कोई भी व्यक्ति स्कूल के आस-पास किसी भी प्रकार का नशा का सेवन न करे।उऩ्होने कहा कि इन सभी की जानकारी के लिए अगले सप्ताह सारे विधालयो के प्राचार्यो के साथ बैठक भी करेगे।और ताकि समस्या का समाधान हो सके। इसके अलावे जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय से समय समय स्कूल में जाकर सारी वस्तुस्थिती जानकारी लेती रहती हैं।
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