जमशेदपुर ।
कुर्मी समाज के लोगों को अपनी राजनीतिक भागीदारी बढ़ानी होगी, तभी उनकी बातों को सुना जाऐगा। उनकी मांगों को माना जाऐगा। यह बात दिल्ली से आये कुर्मी नव निर्माण सेना के सचेतक सत्येन्द्र कुमार ने कही। श्री कुमार गदड़ा में कुर्मी महासभा एवं पटेल महा परिवार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित मिलन समारोह में बोल रहे थे। उन्होने कहा कि अपने समाज के लोगों को परिवार का सदस्य समझकर सम्मान दे। तभी दूसरा भी महत्त्व देगा। आगे उन्होने कहा कि फूल का उतना महत्त्व नहीं है जितना माला का है, इस लिए हमेशा मिलकर माला बनने पर जोर दे , फिर कुर्मी को उनके अधिकारों से कोई वंचित नहीं कर सकता है। इतिहास को भूलाया नहीं जा सकता परंतु इतिहास के भरोसे निर्भर नहीं रहना है। वर्तमान को अच्छा बनाने के लिए हर वो मुमकिन प्रयास होना चाहिए। तभी हमारा कल भी अच्छा होगा। अंत में उन्होंने कहा कि समाज में मतभेद हो सकता चूकि परिवार बड़ा है लेकिन समाज के लोगों के बीच कभी मनभेद मत होने दिजिए, नहीं तो कोई और लाभ ले जाऐगा और हम पिछड़ जाऐंगे। उन्होने झारखंड में पिछड़ी एवं अन्य पिछड़ी जाति के जाति प्रमाणपत्र की वैधता मात्र तीन साल और एससी एवं एसटी के जाति प्रमाण पत्र की वैधता आजीवन किये जाने को गलत करार दिया। कार्यक्रम का संचालन शैलैन्द्र सिंहा एवं रणधीर कुमार ने संयुक्त रूप से किया। अध्यक्षता हरिनारायण सिंह ने किया। दीपक कुमार, जितेन्द्र कुमार, अमरेश सिंहा, यशवंत , केके मंड़ल, दामोदर जी, संजीव, रामनाथ, रामप्रवेश, संजय कुमार, उदय शंकर, विवेकानन्द आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये। श्री सत्येन्द्र कुमार शाम में गोपाल मैदान में आयोजित करमा महोत्सव में भी हिस्सा लिये।
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