पूर्व की स्थिति को देखते हुए पुलिस प्रशासन सतर्क आई बी करेगी चाईबासा नगर निकाय चुनाव की निगरानी
चाईबासा। चाईबासा नगर निकाय सदैव से ही अद्भुत रहे है,काफी लंबे अंतराल के बाद जनता को वोट देने का अधिकार मिला 2008 में चाईबासा नगर निकाय के चुनावों की शूरूवात हुई इससे पूर्व चाईबासा ग्वाला पट्टी के स्व जनार्दन यादव उर्फ घसिया यादव के निर्विरोध निर्वाचन के बाद से ही नगर निकाय के अध्यक्ष पद के साथ अन्य पदों पर होने वाले चुनाव पर विराम लग गया 80 के दशक के बाद सीधे जनता को वर्ष 2008 में अपने मत का प्रयोग करने का अधिकार मिला चुनाव हुए लेकिन जनता अपने मूल अधिकार से ही वंचित रही अगर मामले को गम्भीरता से देखा जाय तो यह किसी फिल्मी कहानी से कम नही लगता जिसमे एक दबंग के कारण दूसरा प्रत्याशी चुनावो में खड़ा ही नही होता है,और जनता को वोट देने की मनाही रहती है,इलेक्शन बूथ पर बैठे दबंग ही जनता के मतों के अधिकार का प्रयोग कर लेते है,विश्वशनीय सूत्रों की माने तो चाईबासा के हालात भी कुछ ऐसे ही थे जनता चाहकर भी अपने मतों का प्रयोग ढंग से नही कर पाती थी..सूत्रों की माने तो खुफिया विभाग ने पिछले 10 साल की चुनावी रिपोर्ट को खंगाला है एक एक बिंदु पर अच्छा खासा काम किया गया है..इसी रिपोर्ट के आधार पर नगर निकाय चुनाव की व्यवस्था सुदृढ़ की जा रही है..
कुछ ऐसा होता था बूथों का हाल
चाईबासा नगर निकाय के चुनाव में यू तो यहाँ की सभी बूथों को अतिसंवेदनशील बूथ की श्रेणी में रखा गया है,इनमे अमला टो ला ,बॉयज स्कूल रुंगटा स्कूल सहित कुम्हार टोली ,टुंगरी जिला परिषद ,एसपी जी मिशन स्कूल जैसी कई और बूथ है जिनके लिए स्पेशल टास्क फोर्स प्रभावी रहेगी ,सेक्टर मजिस्ट्रेट को प्रजाडिंग ऑफिसर दवाब बंनाने वाले लोगो को विशेष रूप से चिन्हित मत दान से पूर्व रिपोर्ट देने को भी कहा गया है, ताकि दवाब और प्रभाव में मतदान की प्रक्रिया सम्पन्न न हो..सूत्रों की माने तो पूर्व में नगर निकाय के चुनाव में दवाब और प्रभाव बनाकर गड़बड़ी करने वाले लोगो की लिस्ट भी तैयार कर ली गई है,सम्भव है मतदान के पूर्व गड़बड़ी करने वाले लोगो की गिरफ्तारी भी पुलिस प्रशासन करे
2008 में डंडा धारी पुलिस के सहारे थी बूथों की सुरक्षा व्यवस्था
खूब चली थी दबंगो की मनमानी
सन 2008 के नगर निकाय चुनाव में चुनाव में मत दान के दिन ढीली ढाली सुरक्षा व्यवस्था होने के कारण बूथों पर मन मानी करने वालो की पो बारह थी..तय मतदान केंद्रों पर डंडा धारी पुलिस कर्मियों को लगाया गया था..इस वजह से तमाम बूथों पर जम कर बूथ कैब चर करने वालो की मन मानी चली…अव्यवस्था का आलम यह था प्रत्याशी तक को बूथ के अंदर जाने नही दिया जा रहा था…20 से 25 लोग बूथ पर बैठे रहते थे..बूथ कब्ज़ा करने वाले लोग अपने अलावे किसी अन्य को बूथ एजेंट को बैठने नही देते थे ऐसी तमाम रिपोर्ट को देखते हुए इस बार चाईबासा नगर निकाय के चुनाव में जिला प्रशासन ने खास तैयारी कर रखी है,खुफिया विभाग नगर निकाय चुनाव को लेकर काफी सतर्क है
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