चाईबासा-
चक्रधरपुर के एसडीओ दिव्यांशु झा ने सीकेपी डिजिटल नेटवर्क के कंट्रोल रूम जाकर डिजिटल केबल टीवी प्रसारण का जायजा लिया. इस दौरान उनके साथ कार्यपालक दंडाधिकारी सुरेश कुमार सिन्हा भी मौजूद थे.
एसडीओ ने सुचना एवं प्रसारण मंत्रालय से निर्गत सीडीएन (सीकेपी डिजिटल नेटवर्क) के लाइसेंस सहित सभी कागजात को देखा. इस दौरान उन्होंने पाया की चक्रधरपुर का सीडीएन सुचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा एक रजिस्टर्ड एमएसओ कंपनी है. उन्होंने सीडीएन द्वारा प्रसारित किये जा रहे सभी चैनलों को भी देखा और इसमें सरकार द्वारा घोषित अनिवार्य चैनलों को भी खंगाला. साथ ही लोकल चैनल की भी जानकारी ली. डीजीटाईजेशन के तहत लगाये गए सभी सेटटॉप बोक्स की भी जानकारी ली. मालूम रहे की 31 मार्च से फेज 4 के तहत सीडीएन ने एनालॉग टीवी का प्रसारण सरकार के आदेश के बाद बंद कर दिया है. सीडीएन द्वारा डिजिटल टीवी प्रसारण किये जाने से एसडीओ काफी संतुष्ट हुए. उन्होंने चक्रधरपुर जैसे छोटे शहर में सीडीएन के एमएसओ में रजिस्टर्ड होने पर संस्था की सराहना की.
मालूम रहे की सीडीएन 2014 में ही डिजिटल हो चूका था और यह झारखण्ड की दूसरी एमएसओ कंपनी है जो रजिस्टर्ड है. एसडीओ ने ना सिर्फ केबल टीवी कंट्रोल रूम का मुआयना किया बल्कि इसे और बेहतर बनाने के लिए सीडीएन के सदस्यों को कई प्रेरणादायक सुझाव भी दिए. उन्होंने कहा की इसे और भी बेहतर बनाया जा सकता है. उन्होंने सरकार के कार्यक्रम और सन्देश को प्रसारित करने का सुझाव दिया. सीडीएन कंट्रोल रूम का अवलोकन करने के बाद बाहर नकले एसडीओ सीडीएन के कार्यप्रणाली से काफी संतुष्ट दिखे.
इस दौरान कंट्रोल रूम में सीडीएन के प्रबंध निदेशक दीपक सिंह ने कहा की चक्रधरपुर के सीडीएन के दर्शकों के सहयोग के बदौलत आज सीडीएन एक स्वतंत्र एमएसओ कंपनी की तरह सस्ते दरों पर लोगों को डिजिटल केबल टीवी की सेवा दे रही है. निकट भविष्य में जल्द ही कैस सिस्टम भी सीडीएन में चालू हो जायेगा. जिसके बाद दर्शक जो चैनल देखेंगे उसी का भुगतान वे करेंगे. कैस सिस्टम चालू करने की प्रक्रिया अभी अंतिम चरण में है.
इस दौरान कंट्रोल रूम इंचार्ज लालू घोष, मक़सूद आलम, तकनीशियन जीएल बेहरा, अंशु जयसवाल सहित सीडीएन के अन्य केबल ओपरेटर मौजूद थे.
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