खूंटी। पत्थलगड़ी का मामला शांत होने का नाम नही ले रहा है । एक बार पत्थरगाड़ी को लेकेर पिछले कई महीनों से अशांत खूंटी इलाके में मंगलवार को तूल पकड़ लिया है। पत्थलगड़ी होने की सूचना पर इसे रोकने जा रहे जिला पुलिस बल के साथ इसके समर्थकों की जमकर भिड़ंत हुई। जमकर लाठी-डंडे चले। वहां पुलिस से कमजोर पड़ने पर पत्थलगड़ी समर्थकों ने पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में खूंटी से लोकसभा सदस्य कड़िया मुंडा के पैतृक आवास पर हमला बोल दिया और वहां तैनात एक हवलदार समेत चार सुरक्षा गार्डो को अगवा कर लिया। इनलोगों ने चार इंसास भी लूट लिए। गनीमत रही कि उस समय सांसद अपने आवास पर नहीं थे। वे अभी दिल्ली में हैं। इस घटना के बाद खूंटी शहर छावनी में तब्दील हो गया है। हजारों जवान आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। जिले के उपायुक्त व एसपी के नेतृत्व में जवान घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।
पुलिस प्रशासन को खूंटी से सात किलोमीटर की दूरी पर स्थित घाघरा में पत्थलगड़ी होने की सूचना मिली थी। इसे रोकने के लिए करीब जवान घाघरा जा रहे थे। घाघरा से चार किलोमीटर पहले ही अनिगड़ा में पत्थलगड़ी समर्थकों से पुलिस की भिड़ंत हो गई। ये लोग पारंपरिक हथियारों से लैस थे। पुलिस को देखकर वे लोग ¨हसा पर उतारू हो गए। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करने में देर नहीं की। जमकर लाठी चार्ज किया गया। इसमें एक पत्थलगड़ी समर्थक जख्मी हुआ। पळ्लिस ने आधा दर्जन पत्थलगड़ी समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया। इससे बाद पत्थलड़ी समर्थक भागने को मजबूर हुए।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई के बाद भागने के क्रम में पत्थलगड़ी समर्थकों ने रास्ते में अनिगड़ा के समीप चांदीडीह स्थित सांसद कड़िया मुंडा के पैतृक आवास पर हमला बोल दिया। करीब की संख्या में पत्थलगड़ी समर्थक महिला-पुरुषों ने सांसद आवास के हाउसगार्ड के चार इंसास लूट लिए और एक हवलदार सहित चार जवानों को घसीटते हुए अगवा कर लिया। हमले के वक्त सांसद के घर में मौजूद उनकी भाभी चिरेश्वरी मुंडाइन ने पत्थलगड़ी समर्थकों को रोकने की कोशिश की लेकिन वे कुछ सुनने को तैयार नहीं हुए। उनके तेवर काफी उग्र थे। इसी बीच मौका पाकर हवलदार बैजू उरांव तो पत्थलगड़ी समर्थकों के कब्जे से भाग निकला, लेकिन तीन जवान सुबोध कुजूर, विनोद केरकेट्टा व सियोन सोरेन अभी भी उनके कब्जे में हैं। सूचना है कि तीनों जवानों को घाघरा में बंधक बनाकर रखा गया है।
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