जमशेदपुर: टाटा स्टील के संस्थापक जेएन टाटा की 186वीं जयंती की पूर्व संध्या पर जमशेदपुर में Tata Sons के चेयरमैन…
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जमशेदपुर,: भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) और टाटा स्टील ने 15 फरवरी को सेंटर फॉर एक्सीलेंस (CFE), जमशेदपुर में “विजन 2036:…
जमशेदपुर,: मेहरबाई टाटा मेमोरियल अस्पताल आज अपनी 50 वर्षों की समर्पित सेवा का जश्न मना रहा है। इस खास अवसर…
जमशेदपुर। टाटा स्टील आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) और इंडस्ट्री 4.0 प्रौद्योगिकियों को एकीकृत करके तकनीकी परिवर्तन की अगुवाई कर रही है। पिछले 5 -6 वर्षों में, टाटा स्टील ने 550 से अधिक एआई मॉडल विकसित किए हैं, जो उत्पादकता,…
वेस्ट बोकारो,: टाटा स्टील फाउंडेशन ने 30 जनवरी 2025 को दिव्यांगजन के लिए एक विशेष स्क्रीनिंग कैंप का आयोजन किया, जिसमें उन्हें सहायक कृत्रिम अंग प्रदान किए गए। यह पहल जयपुर स्थित प्रतिष्ठित संस्था भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति (BMVSS) के सहयोग से की गई, जो दिव्यांगजन के पुनर्वास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। शिविर में 16 दिव्यांगजन का व्यापक परीक्षण किया गया, जिसमें मेडिकल विशेषज्ञों और स्वास्थ्य कर्मियों ने सहयोग दिया। परीक्षण के बाद, 11 लाभार्थियों को कृत्रिम अंग प्रदान किए गए। यह शिविर राजेंद्र नगर, घाटोटांड स्थित रिक्रिएशन क्लब में आयोजित किया गया। यह शिविर टाटा स्टील फाउंडेशन की पब्लिक हेल्थ टीम के अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा किए गए डोर-टू-डोर सर्वेक्षण के परिणामस्वरूप आयोजित किया गया। इस सर्वे में रामगढ़ जिले के मांडू प्रखंड में 233 दिव्यांगजन की पहचान हुई, जिनमें से कई को कृत्रिम अंग या आजीविका सहायता की आवश्यकता थी। सर्वेक्षण के आधार पर फाउंडेशन ने दिव्यांगजन के सशक्तिकरण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए आजीविका समर्थन, जागरूकता कार्यक्रम और उन्हें सरकारी कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने की पहल की। वहीं, कृत्रिम अंग प्रदान करने के लिए विश्वसनीय और समान विचारधारा वाले संगठनों का सहयोग आवश्यक था, जिसके तहत यह शिविर आयोजित किया गया। बीएमवीएसएस (BMVSS), जयपुर के साथ लंबे समय से चले आ रहे सहयोग ने दिव्यांगजन के लिए कृत्रिम अंगों की बढ़ती जरूरत को पूरा करने में अहम भूमिका निभाई। इसी का परिणाम वेस्ट बोकारो में आयोजित यह विशेष शिविर रहा, जहां पूरे दिन दिव्यांगजन को सहायक उपकरण उपलब्ध कराए गए। शिविर में लाभान्वित हुए दिव्यांगजन झारखंड के रामगढ़ जिले के मांडू प्रखंड के विभिन्न गांवों से आए थे, जिनमें बडगांव, बंजी, कर्मा, टोपा, बारुघुटू मिडिल, बोंगाबर, दूधमटिया, भरेच नगर, ओरला और सोनडीहा शामिल हैं। इस दौरान सात कृत्रिम पैर, तीन कृत्रिम हाथ, दो वॉकिंग स्टिक और तीन बैसाखियां वितरित की गईं। शिविर में वेस्ट बोकारो डिवीजन के जनरल मैनेज अनुराग दीक्षित, और रक्षा दीक्षित के साथ चीफ कैपसिटी एन्हांसमेंट प्रोजेक्ट राजेश कुमार, सिक्योरिटी हेड अखिलेश कुमार, और टाटा स्टील फाउंडेशन के अन्य सदस्य भी कार्यक्रम में शामिल हुए, जिनके सहयोग से यह दिनभर का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह पहला अवसर था जब वेस्ट बोकारो में इस प्रकार का शिविर आयोजित किया गया, जो पास के ब्लॉकों का गहन सर्वेक्षण करने और वहां रहने वाले समुदायों की वास्तविक आवश्यकताओं को समझने के बाद आयोजित हुआ। फाउंडेशन का लक्ष्य इन प्रयासों को बढ़ाने का है और रामगढ़ जिले के बड़े क्षेत्र में ऐसे शिविर आयोजित करने की योजना है, ताकि दिव्यांगजन की पहचान की जा सके, उन्हें कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा जा सके और उनकी सहायता की जा सके। यह प्रयास टाटा स्टील फाउंडेशन की सबल टीम के विस्तार के रूप में सामने आया है, जो अब दिव्यांगजन के लिए एक समान और समावेशी दुनिया बनाने की दिशा में एक राष्ट्रीय परिवर्तन मॉडल के रूप में उभर रही है। इस सफर के दौरान यह बात समझ में आई कि दिव्यांगजन को अवसरों और जानकारी तक समान पहुंच मिलनी चाहिए, जहां उनकी दिव्यांगता सबसे बड़ी रुकावट नहीं है, बल्कि समाज की वह सामान्य मानसिकता है, जो दिव्यांगजन के प्रति सहानुभूति दिखाती है। फाउंडेशन ने इस रुकावट को दूर करने के लिए लगातार प्रयास किए हैं, जिनमें दिव्यांगजन को सरकारी कल्याण योजनाओं से जोड़ना, रोजगार के अवसरों का लाभ उठाने के लिए क्षमता निर्माण करना और सहायक उपकरण प्रदान करना शामिल है, ताकि वे भेदभाव से परे, सम्मानपूर्ण जीवन जी सकें। इसके अलावा, दिव्यांगजन के लिए प्रमाणन प्रक्रिया को सरल बनाने की योजनाएं भी हैं, ताकि आवश्यक दस्तावेज पूरे किए जा सकें और वे सरकारी योजनाओं और अधिकारों का लाभ उठा सकें।
जमशेदपुर। वाई आई जमशेदपुर उद्यमिता टीम ने हाल ही में टाटा स्टील के नोआमुंडी माइंस का औद्योगिक दौरा किया, जहां…
~ कंपनी ने हाइड्रोजन-अनुकूल API X65 ग्रेड स्टील पाइप सफलतापूर्वक विकसित किए, भारत के नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन में किया अहम योगदान ~ मुंबई: टाटा स्टील ने हाइड्रोजन परिवहन के लिए पाइप विकसित करने की पूरी प्रक्रिया में अपनी अग्रणी क्षमता का परिचय दिया, और इस उपलब्धि के साथ भारत की पहली स्टील कंपनी बन गई। यह कदम नेशनल हाइड्रोजन मिशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ। टाटा स्टील के खोपोली प्लांट में निर्मित API X65 ERW पाइप्स, जो कंपनी के कालिंगानगर प्लांट में उत्पादित उच्च-गुणवत्ता वाले स्टील से तैयार किए गए, ने हाइड्रोजन परिवहन के लिए सभी आवश्यक विशेषताएँ सफलतापूर्वक प्राप्त कीं। इन पाइप्स के हाइड्रोजन क्वालिफिकेशन परीक्षण RINA-CSM S.p.A, इटली में किए गए, जो हाइड्रोजन से संबंधित परीक्षण और मान्यता के लिए एक प्रमुख वैश्विक एजेंसी है। यह नई हाइड्रोजन-अनुकूल API X65 ग्रेड पाइप्स 100% शुद्ध गैसीय हाइड्रोजन को उच्च दबाव (100 बार) पर सुरक्षित और प्रभावी ढंग से परिवहन करने के लिए तैयार हैं। प्रभात कुमार, वाइस प्रेसिडेंट – मार्केटिंग एंड सेल्स (फ्लैट प्रोडक्ट), टाटा स्टील ने कहा: “टाटा स्टील हमेशा से ही महत्वपूर्ण स्टील ग्रेड के निर्माण में तकनीकी नवाचार की दिशा में अग्रणी रही है। नई ERW पाइप्स का सफल परीक्षण यह दर्शाता है कि हम ऊर्जा क्षेत्र के लिए आवश्यक भौतिक अवसंरचना को देश में ही प्रभावी रूप से तैयार कर सकते हैं। हम गर्व के साथ भारत के नेशनल हाइड्रोजन मिशन में योगदान दे रहे हैं, जो देश के स्वच्छ ऊर्जा रूपांतरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। टाटा स्टील भारत की पहली स्टील कंपनी है, जिसने इस चुनौती को न केवल स्वीकार किया, बल्कि इसे सफलतापूर्वक पूरा कर घरेलू और वैश्विक स्तर पर इन विशेष ग्रेड स्टील पाइप्स की बढ़ती मांग को पूरा किया।” टाटा स्टील की रिसर्च एंड डेवलेपमेंट टीम हाइड्रोजन परिवहन और भंडारण के लिए नवोन्मेषी और सतत समाधान विकसित करने में निरंतर समर्पित रही है। इस पहल में, हॉट रोल्ड स्टील के डिज़ाइन और विकास से लेकर पाइप निर्माण तक की पूरी तकनीकी प्रक्रिया पूरी तरह से इन-हाउस की गई। 2024 में, टाटा स्टील ने भारत की पहली स्टील कंपनी के रूप में गौरव प्राप्त किया, जिसने गैसीय हाइड्रोजन के परिवहन के लिए विशेष हॉट रोल्ड स्टील का उत्पादन किया। नेशनल हाइड्रोजन मिशन भारत को 2030 तक प्रति वर्ष…
~ कॉन्क्लेव में कंपनी ने नवाचार, सस्टेनेबिलिटी और सामाजिक-आर्थिक विकास में अपनी अग्रणी पहल को प्रदर्शित करने के लिए एक…
जमशेदपुर। जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने जेएनएसी और टाटा स्टील यूवाईएसएल के अधिकारियों से स्पष्ट शब्दों में कहा…
जमशेदपुर। टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क ने आज एक और नई उपलब्धि के साथ इतिहास रचते हुए मृगों (ब्लैकबक और नीलगाय)…