सुपौल -05 सितम्बर के आन्दोलन से घबराई सरकार शिक्षकों के लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला कर रही है – पंकज
छातापुर। सुपौल। सोनू कुमार भगत।
प्रखण्ड संघर्ष समन्वय समिति, छातापुर के बैठक को संबोधित करते हुए बिहार राज शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के अध्यक्ष मंडली सदस्य सह बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह ने कहा समान काम समान वेतन सहित 7 सूत्री मांगों को लेकर 5 सितंबर शिक्षक दिवस के अवसर पर बिहार राज शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर आहुत धरना से घबराई सरकार शिक्षकों के लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला कर रही है ।लोकतंत्र में अपने अधिकारों को लेकर सभी को धरना प्रदर्शन करने का अधिकार प्राप्त है ।लेकिन प्रधान सचिव शिक्षा विभाग द्वारा 05 सितम्बर के आन्दोलन को कमजोर करने के लिए जिस तरह का अलोकतांत्रिक पत्र जारी किया गया है,उससे सरकार का तानाशाही चरित्र साफ साफ उजागर हो रहा है ।कहा कि शिक्षक सरकार के धमकी से डरने वाले नही है।05 सितम्बर को बिहार के लाखों नियोजित व नियमित शिक्षक एकजुट होकर सरकार के सभी तरह के कार्यक्रम से अलग रहकर गांधी मैदान पटना पहुंचेगे और मुंह पर काली पट्टी बांधकर वेदना प्रदर्शन में शामिल होने के लिए संकल्पित है।कहा कि समान कार्य समान वेतन मिलने तक जारी रहेगा संघर्ष ।
जिला उपाध्यक्ष प्रेम पाठक ने कहा कि सरकार के शिक्षा व शिक्षक विरोधी नीति के खिलाफ सुपौल से हजारों शिक्षक/शिक्षकाएं आन्दोलन में शामिल होंगे।प्रखणड अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह, प्रखण्ड अनुशासन समिति के अध्यक्ष श्याम सुन्दर शर्मा व प्रखंड सचिव राजीव कुमार झा ने कहा कि सरकार शिक्षकों के साथ घोर अन्याय कर रही है ।मध्य विद्यालय छातापुर में आहुत बैठक की अध्यक्षता प्रखंड संघर्ष समन्वय समिति के संयोजक ओमप्रकाश यादव ने किया ।मौके पर संघर्ष समन्वय समिति के सदस्य रईस आलम, हरि प्रसाद साह,अशोक गुप्ता, गणेश राम,बीरेन्द्र मंडल,परवीन कुमार, चन्देश्वर मंडल,पंकज कुमार झा,अलख कुमार अकेला,राजेश कुमार मुखिया,अमरदीप कुमार6 मेहता,बिजय कुमार भारती,मो शमीम, नूर मोहम्मद,मो रफीक आलम,बीरेन्द्र मंडल आदि ने भी विचार व्यक्त किया
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