गम्हरिया
गांजिया के ग्रामीणों की एक बैठक समाजसेवी छायाकांत गोराई की अध्यक्षता में हुई जिसमें बराज निर्माण में जमीन अधिग्रहण का विरोध किया गया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जब से बराज निर्माण हो रहा है तब से पीलर से डाईवर्ट होकर निकले पानी से मिट्टी के कटाव से करीब दो किलोमीटर खेती योग्य जमीन नदी में तब्दील हो गया है। उन्होंने बताया कि विगत दो वर्षों में कई एकड़ जमीन नदी में समा गई है जिससे बाढ़ का खतरा हमेशा बना रहता है। मिट्टी कटाव को रोकने हेतु यदि कोई उपाय नहीं निकाला गया तो आने वाले दो-चार वर्षों में गाँव के लोग भूमिहीन हो जाएंगे क्योंकि हल्की बारिश में भी गाँव में पानी घुसने की संभावना बनी रहती है। विभाग द्वारा समय पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो बराज के उपरी तरफ की जमीन अधिग्रहण का विरोध किया जाएगा। ग्रामीणों के विरोध का समर्थन गांजिया बराज ग्रामीण एकता मंच ने भी किया है। बताया गया है कि इसकी सूवना मंच के कार्यकारी अध्यक्ष सह विधायक साधुचरण महतो को देकर उचित कार्रवाई की मांग की जाएगी।
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