ऑनलाईन क्लास आज एक जरूरत बन चुकी है। लेकिन एक बड़ी तादाद ऐसे बच्चों की है जो स्मार्टफोन की सुविधा से वंचित हैं। वहीं समाज में ऐसे लोगों की भी कमी नहीं जिनके पास अतिरिक्त मोबाईल हैं। इन दोनों खाईयों के बीच की दूरी पाटने के लिए नम्या फाऊंडेशन सामने आया है जो इन गरीब बच्चों के बीच स्मार्टफोन उपलब्ध करायेगा। नम्या फाउंडेशन के इस रचनात्मक अभियान में कई संस्थाओं ने भी सहयोग का हाथ बढ़ाया है। इस कड़ी में रेंटो, रोटरी क्लब ऑफ जमशेदपुर, छगनलाल मीडिया वर्क्स और माईरा संस्था ने अपने स्तर से उचित सहयोग का ऐलान किया है। इन संस्थाओं के प्रतिनिधि लोगों के मध्य पहुँचकर मदद मांगेंगे और उनसे स्पेयर मोबाईल एकत्रित करेंगे। एकत्रित स्मार्टफोन्स क्रिसमस यानि 25 दिसंबर को वित्तीय संकट से जूझ रहे वर्ग के बच्चों के बीच वितरित किए जाएंगे। ये अभियान खासकर 10वीं और 12वीं के गरीब बच्चों की चिंता करते हुए प्रारंभ की गई है ताकि ऑनलाइन पढ़ाई और बोर्ड परीक्षाओं की ससमय तैयारियां संभव हो सके। इस अभियान को “Be Someone’s Santa” के नाम से लोगों के मध्य प्रारंभ की जा रही है। उक्त बच्चें जब अपनी परीक्षा ऑनलाइन दे देंगे उसके बाद उनको मिले मोबाईल दूसरे गरीब बच्चे को सौंप दिये जायेंगे ताकि वे पढ़ाई के लिए इसका सार्थक उपयोग कर सकें। इतना ही नहीं इन बच्चों को माईरा संस्था की ओर से एडूकेटर के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान की जाएगी। यानि बच्चों को सिर्फ स्मार्ट फोन ही नहीं अपितु संबंधित विषयों का प्रशिक्षण का प्रबंध भी किया जायेगा। 25 दिसंबर से इस कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत होगी जो अंतराल पर निरंतर चलेगी। बिष्टुपुर के ला-ग्रेविटी में एक प्रेसवार्ता आयोजित कर नम्या फाऊंडेशन की ओर से उक्त जानकारियां दी गई। प्रेस वार्ता को पूर्व विधायक एवं नम्या फाऊंडेशन के संस्थापक कुणाल षाडंगी ने दी। प्रेसवार्ता में माईरा संस्था की संचालक अक्षरा आलोक, रेंटो के जनक अंकित जाजोदिया, नम्या की सक्रिय सदस्य निधि केडिया, श्वेता कुमारी और रोटरी क्लब ऑफ़ जमशेदपुर के अध्यक्ष डीएन जेना मौजूद थे।
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