

ब्रजेश भारती

सिमरी बख्तियारपुर,सहरसा, ।
मवेशी हाट रानीबाग में जमकर हुई बकरे की खरीद-ब्रिकी
अनुमण्डल के तीनों प्रखंड सिमरी बख्तियारपुर, सलखुआ एवं बनमा-इटहरी में बकरीद पर्व को लेकर लोगों में उत्साह देखा जा रहा है। इस पर्व को देखते हुए इस्लाम धर्मावलंबीयों ने कुर्बानी देने की तैयारी में जुट गए हैं।संभवत: मंगलवार को कुर्बानी दी जायेगी। इसको लेकर बाजारों मे चहल-पहल बढ़ गई है। रविवार को नगर पंचायत के रानीहाट मवेशी हाट में बकरे की खरीद के लिये खरीददारों की भीड़ देखा गया।अपनी हेसियत के मुताबिक पांच से पचास हजार तक के बकरे की खरीद की।वही पर्व को लेकर ईदगाह एवं मस्जिदों की साफ-सफाई की जा रही है। बाजार में त्योहार को लेकर कपड़े,जुते-चप्पल,श्रृंगार सहित सेवई की दुकानों में काफी भीड़ देखी जा रही है। वहीं साड़ी-सलवार सूट, जींस, टी-शर्ट, सेरवानी, पठानी ड्रेस की मांग अधिक देखी जा रही है।
5 से 35 हजार तक में खरीदी गई बकरे-
रविवार को रानीहाट बाजार में एक बकरे की कीमत पांच से पैतीस हजार तक की रही सुबह से ही खरीददारो की भीड़ लगी रही हलांकि कुछ लोगो का कहना था की गत रविवार को बाजार में आज से अधिक कीमत के बकरे बेची गई वहीं सालों-साल बढ़ती मंहगाई को देखते हुए इस्लाम धर्मावलंबियों के जेब ढीले पड़ रहे है।हालांकि फिर भी खरीदारी की जा रही है।
इब्राहिम नबी व इस्माईल की याद में मनाया जाता है बकरीद –
इस्लाम धर्मावलंबियों के दो त्योहार हैं एक ईद-उल-फित्तर तथा दूसरा ईद-उल-अजहा. ईद-उल-फित्तर में प्रति दिन तराबीह की नमाज तथा एतकाफ आदि इबादत की जाती है. लेकिन कुर्बानी इब्राहिम नबी व उनके पुत्र इस्माईल के बेमिसाल रूह फरमा देने वाली कुर्बानियों की यादगार है.बताया जाता है कि इस्माईल की उम्र लगभग 8 वर्ष की होगी तो अल्लाह ने इब्राहिम से अपने पुत्र इस्माईल को कुर्बानी के लिए स्वप्न दिया.उस स्वप्न को पूरा करने के लिए इब्राहिम नबी ने खुशी से अपने बेटे इस्माईल को जमीन पर लिटा कर आंख में पट्टी बांध दी तथा जबह करनी शुरू की. उन्होंने कहा एक सच्चे ईश्वर के भक्त के रूप में इब्राहिम नबी का रूप देखा गया और बच्चे के स्थान पर एक दुंबा को जबह किया गया. आज उन्हीं की याद में बकरीद पर्व को इस्लाम धर्मावलंबियों द्वारा मनाया जाता है
