ब्रजेश भारती।
सिमरी बख्तियारपुर,सहरसा, ।


इस्लामिक कानून अल्लाह का दिया है किसी इंसान का नही-मिसबाही
रानीहाट मैदान में हुई सभा में उमड़ा जनसैलाब
अनुमंडल क्षेत्र में सोमवार को पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्म दिन का जश्न-ए-ईद-ए-मिलादुल नवी मनाया गया। कड़ाके की ठंड से बैपरवाह मुस्लिम समाज के लोगों ने क्षेत्र के विभिन्न स्थानों से जुलूस लेकर बड़ी संख्या में रानीहाट बाजार के मैदान पर ईक्कठा हुयें जहां एक सभा का आयोजन किया गया। रानीहाट मैदान में आयोजित जलसा का शुभारंभ कुरान के तिलावत के साथ नाते नबी के बाद जलसा को संबोधित करते हुये मौलाना मो मुमताज मिसबाही ने कहा कि आज ही के दिन उनका जन्म हुआ था वे बचपन से ही नेक दिल व सादा मिजाज,शांत स्वभाव,उत्तम व्यवहार पसंद थें।हजरत पैगंबर साहब के आर्दशों पर चलने वाला इंसान कभी गलत नही हो सकता हैं।उन्होंने कहा कि इस्लामिक कानुन एैसा कानून हैै जिसे किसी इंसान ने नही बनाया है यह अल्लाह का दिया हुआ कानून है इसमें किसी प्रकार का छेड़छाड़ या परिवर्तन नही किया जा सकता हैं। उन्होंने कहा कि आज दुनिया के हरेक मुल्क के समझ में यह आने लगा है कि इस्लामिक कानूुन के लागु करने से ही देश व समाज का भला हो सकता हैं। जलसा के माध्यम से सरकार से मांग कि गई कि हमें पाकिस्तान शरियत का हिस्सा नही समझा जाये,हमारा शरियत इस्लामिक है हम देश के गंगा जमना सभ्यता को बनाये रखने में विस्वास रखते हैं। हमारा बच्चा देश की रक्षा के लिये हमेशा तैयार हैं। इससे पूर्व सौरबाजार के चिकनी,भादा,बरसम,कबैला के अलावे सिमरी बख्तियारपुर के सिमरी,हुसैनचक,अशरफचक,चकभारों,तरियामा बनमा-ईटहरी के सरबेला,पहलाम,लालपुर,घौड़दौर,लक्ष्मिनिया,कासिमपुर,हथमंडल,तरहा,सहुरिया के साथ सलखुआ प्रखंड के खौजराहा,हरेबा,मुबारखपुर,फेनसाहा, आदि स्थानों से सैकड़ों की संख्या में लोग गाजा बाजा बैनर से लैस लेकर जुलूस निकाल रानीहाट मैदान पहुंचे थे। सभा में मुख्या रूप से मौलाना इदरीस,मौलाना आफाक,मौलाना अब्दुल गफफार,मौलाना खुर्शीद,मौलाना अब्दुल बदूद अशरफी,मौलाना रिजवान अहमद कादरी,मौलाना अकबर,मों गुडडों आलम आदि मौजूद रहें।