सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) ब्रजेश भारती ।
अखिल भारतीय मध्यान भोजन रसोईया फेडरेशन द्वारा देशव्यापी आह्वान पर प्रारंभिक विद्यालय में कार्यरत एम डी एम रसोईया ने शुक्रवार को अनुमंडल कार्यालय पर प्रदर्शन किया।इस प्रदर्शन में संघ के प्रखंड अध्यक्ष संतोष राय,सचिव प्रमोद ठाकुर, संयोजक डोमी पासवान,कोषाध्यक्ष हरि सिह,सचिव प्रमोद ठाकुर मौजूद थे।
संघ की मुख्य मांग थी कि सभी एम डी एम वर्कर्स को चौथे दजेॅ का सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए। उन्हें नियमित करने के साथ ही सभी रसोईया को प्रत्येक महीने 18000 रूपये दिया जाय। मिड डे मील वर्क्स के मानदेय में 2013 से की गई 1000 रूपये महीने की बढोतरी को 1 अप्रेल 2013 से लागू किया जाय। 45 वें राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन की सिफारिशों के अनुसार ग्रेच्युटी पेंशन प्रोवीडेंट फंड मेडिकल सुविधा सहित तमाम समाजिक सुरक्षा लाभ सभी एम डी एम वर्कर्स को प्रदान किया जाय।
साथ ही मांगों थी कि वर्तमान में कार्यरत किसी भी वर्कर्स रसोईया को काम से नहीं हटाया जाय और हटाए गये रसोईया को काम पर वापस लिया जाए। सभी स्कूलों में किचन शेड, स्टोर पीने का साफ पानी,कुकिंग गेस आदि मुहैया कराई जाय। इतना ही नही सभी एम डी एम रसोईया को सुरक्षा स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाय। घायल होने पर 1 लाख रुपये तथा मृत्यु हो जाने पर 5 लाख रुपये प्रदान किया जाय।
अन्य मांगों में सभी को पहचान पत्र जारी करने की बात रखी गई। रसोइया संघ ने अपनी मांग में बच्चों को ताजा भोजन उपलब्ध कराये जाने पर जोर दिया। केन्द्रीय रसोईघर तथा निजी ठेकेदारों, गैर सरकारी संगठनों को योजना के संचालन पर तुरंत रोक लगाने की मांग की गई। आई सी डी एस के तर्ज पर राज्य एवं जिला स्तर पर कष्ट निवारण समितियों का गठन होना जरूरी है। वर्ष में एक जोडा ड्रेस व धुलाई भत्ता दिये जाने के साथ ही आकस्मिक अवकाश, मेडिकल अवकाश, वेतन मिड डे मील योजना के लिए पर्याप्त बजट का आवंटन किया जाय। इसके अतिरिक्त सरकारी घोषणानुसार मृतक रसोईया के परिजनों को 4 लाख रुपए अनुदान राशि का अविलंब भुगतान किया जाना सुनिश्चित किया जाय।इस अवसर पर सबीला खातून,जहाना खातून,मंजूला देवी,शोभा देवी,हीरा पासवान,दयानंद ठाकुर आदि सामिल थे ।

