सूचना और प्रसारण मंत्रालय 67वें वार्षिक कान फिल्म समारोह में ‘’कान के लिए भारतीय फिल्म गाइड’’ जारी करेगा


सूचना और प्रसारण मंत्रालय 14 मई से 25 मई, 2014 तक होने वाले 67वें वार्षिक कान फिल्म समारोह में भाग लेगा। भारतीय मंडप भाषायी, सांस्कृतिक और क्षेत्रीय विविधता के रूप में भारतीय सिनेमा को प्रस्तुत करेगा। इसका उद्देश्य फिल्म वितरण के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी को बढ़ावा देना है। फिल्म निर्माण, भारत में फिल्मांकन, आलेख लेखन और तकनीक तथा फिल्म बिक्रय को प्रोत्साहित करना तथा सिंडिकेट तैयार करना है। हितधारकों के बीच सह निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए पहल, सिंगल विंडो क्लीयरेंस मैकेनिज्म की व्यावहारिकता और राष्ट्रीय फिल्म धरोहर मिशन के सिलसिले में फिल्म अभिलेखन के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की संभावना, विदेशी निर्माताओं और फिल्म उद्योग से संबद्ध संगठनों के साथ विचार-विनिमय के मुख्य क्षेत्र होंगे।
इस समारोह में सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा तैयार किये गये फिल्म संबंधी संसाधन मार्ग-निर्देशों का जारी किया जाना एक मुख्य भाग होगा। कान समारोह में जारी किये जाने वाले मार्ग-निर्देशों का उद्देश्य भारत को फिल्म निर्माण के सुयोग्य स्थल के रूप में प्रस्तुत करना है। इन संसाधन मार्ग-निर्देशों में फिल्म संबंधी नीतियों, बिक्री और वितरण के लिए फिल्मों के बारे में सूचना को सूचीबद्ध किया गया है। इन मार्ग-निर्देशों में मंत्रालय की नीति संबंधी पहल-कदमियों, इसकी संबद्ध इकाइयों, अखिल भारतीय सह-निर्माण समझौतों के ब्यौरे, कान में अखिल भारतीय फिल्मों और भारतीय प्रतिनिधियों, इस क्षेत्र से संबंधित मुख्य डाटाबेस तथा इस वर्ष के राष्ट्रीय पुरस्कारों के विजेताओं के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध है।
आशा है कि स्रोत पुस्तक भारतीय मंडप को ब्रांड करने की दृष्टि से उत्प्रेरक का काम करेगी। भारतीय मंडप का उद्देश्य विश्व में सबसे बड़े फिल्म निर्माता राष्ट्र के रूप में भारत की पूर्ण क्षमता का दोहन करने में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में पर्याप्त रूचि पैदा करना है। भारत का सर्वाधिक आकर्षक फिल्म क्षेत्र है और इस समय विश्व में इसका महत्वपूर्ण स्थान है। भारत में एक दर्जन से अधिक भाषाओं में हर वर्ष एक हजार से अधिक फिल्में तैयार की जाती हैं।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव श्री बिमल जुल्का, फ्रांस में भारतीय राजदूत श्री अरूण के. सिंह तथा कान फिल्म जगत के निदेशक श्री जेरोम पेलार्ड की उपस्थिति में भारतीय मंडप का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर निर्माता श्री उदय चोपड़ा के उपस्थित रहने की भी संभावना है। वे कान समारोह में दिखाई जाने वाली पहली फिल्म ‘ग्रेस ऑफ मोनेको’ के निर्माताओं में से एक हैं। समारोह में भारत की आधिकारिक फिल्म ‘तितली’ पर चर्चा होगी। इस चर्चा में फिल्म के पात्र और निदेशक कानू बहल भी शामिल होंगे।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय भारतीय मंडप में भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय फिल्म उद्योग के हितधारकों के साथ विचार-विमर्श के कई सत्र आयोजित करेगा। भारतीय मंडप में प्रमुख वक्ताओं में न्यूजीलैंड फिल्म आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) दाव गिबसन, चीन के लाइट हाउस प्रोडक्शन के सीईओ सिंडी शियू, स्पेशल ट्रीट्स प्रोडक्शन के सीईओ कोलिन ब्रो और ग्रेस ऑफ मोनेको के कलाकारों के भाग लेने की भी आशा है। इस मंडप में हाल में प्रदर्शित भारतीय फिल्मों के ट्रेलर और भारतीय फिल्म कंपनियों के विवरणिकाएं तथा अन्य साहित्य भी प्रस्तुत किया जाएगा।
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