संवाददाता,नई दिल्ली.10नवम्बर
पूर्व रेलमंत्री ललित नारायण मिश्र की 39 साल पहले हुई हत्या के मामले में सोमवार को कड़कड़डूमा अदालत ने फैसला टाल दिया है। अब इस मामले की अगली सुनवाई आठ दिसंबर को होगी।
जिला न्यायाधीश विनोद गोयल ने 12 सितंबर 2012 को इस मुकदमे की सुनवाई पूरी की थी। उन्होंने सीबीआई अभियुक्तों की दलीलें सुनने के बाद फैसले के लिए 10 नवंबर की तारीख निर्धारित की थी। पर अब इसे आगे बढ़ा दिया गया है।
गौरतलब है कि 1975 में समस्तीपुर रेलवे स्टेशन पर कार्यक्रम के दौरान बम विस्फोट कर उनकी हत्या कर दी गई थी।
तत्कालीन रेल मंत्री ललित नारायण मिश्र विस्फोट में बुरी तरह जख्मी हो गए थे। अगले दिन उनका निधन हो गया था। इस हत्याकांड की सुनवाई के दौरान अभियोजन के 161 गवाहों और बचाव पक्ष के 40 से अधिक गवाहों की गवाही हुई। इस हत्याकांड में आनंद मार्ग समूह के चार सदस्यों के साथ ही उस वक्त 24 साल के रहे वकील रंजन द्विवेदी का भी आरोपी के रूप में नाम शामिल था।
रंजन के अलावा इस मामले में संतोषानंद अवधूत, सुदेवानंद अवधूत और गोपालजी अभियुक्त हैं। एक अभियुक्त की मुकदमे की सुनवाई के दौरान ही मृत्यु हो गई थी। इन अभियुक्तों ने इस हत्याकांड में उनके खिलाफ चल रहा मुकदमा निरस्त करने के लिये सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की थी। सुप्रीम कोर्ट ने 17 अगस्त, 2012 को उनकी याचिका खारिज करते हुए कहा था कि 37 साल तक मुकदमे की सुनवाई पूरी नहीं हो सकने के आधार पर इसे खारिज नहीं किया जा सकता है।
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