
जमशेदपुर: जिला सूचना एवं जन सम्पर्क कार्यालय के द्वारा आज 11 अगस्त को जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित महिला काॅलेज की लगभग एक हजार छात्राओं तथा शिक्षिकाओं के बीच ’’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’’ की दिशा में आरम्भ हुए ’’मेरी बेटी, मेरी पहचान’’ मुहिम की जागरूकता को लेकर वृहत सेमिनार आयोजित हुआ। डाॅटर्स डे ;क्ंनहीजमतष्े क्ंलद्ध के साथ जोड़ते हुए आयोजित हुए इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में एनआरईपी डायरेक्टर श्रीमती रंजना मिश्रा, विशिष्ट अतिथि डीआरडीए निदेशक श्रीमती उमा महतो, मुख्य वक्ता के रूप में उप समाहत्र्ता-सह- डीपीआरओ संजय कुमार मौजूद थे। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता काॅलेज की प्राचार्या श्रीमती शुक्ला मोहान्ती ने की। कार्यक्रम में सभी ने बारी बारी से महिला समृद्धि तथा ’’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’’ के सम्बंध में अपने अपने विचार रखे। श्रीमती रंजना मिश्रा तथा श्रीमती उमा महतो ने जिला जन सम्पर्क कार्यालय द्वारा आरम्भ किए गए ’’मेरी बेटी, मेरी पहचान’’ को एक अभिनव कदम बताया। साथ ही अपने उद्बोधन में दोनों वरिष्ठ महिला अधिकारियों ने बताया कि कभी वे दोनों भी इसी महिला काॅलेज में छात्रा हुआ करती थी, आज अतिथि के रूप में अपने काॅलेज आकर स्वयं को रोमांचित महसूस कर रहीं हैं। उन्होंने बेटियों की खूब हौसला अफजाई की। संजय कुमार ने छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि वे ऐसे कार्य करें कि उनके घर की पहचान उनके नाम से हो। उन्होंने छात्राओं से ’’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’’ तथा ’’मेरी बेटी, मेरी पहचान’’ को लेकर नारे तैयार कर जन सम्पर्क विभाग के फेसबुक या व्हाट्सएैप पर भेजने को कहा। साथ ही अपील की कि रक्षा बंधन में जो भाई अपने दरवाजे पर अपनी बहन के नाम की नेमप्लेट लगायेगा (यानि घर की पहचान बहन के नाम से करने का कार्य करेगा), जिला जन सम्पर्क कार्यालय उन्हें सम्मानित करेगा। अपने अध्यक्षीय भाषण में डाॅ0 शुक्ला मोहान्ती ने कहा कि शिक्षा ही सबसे सरल माध्यम है जिसके द्वारा बेटियां स्वयं की तथा अपने परिवार की पहचान बन सकती हैं। इस अवसर पर काॅलेज की शिक्षिकाएं, छात्राएं, छात्र-संघ की पदाधिकारी छात्राएं, जिला जन सम्पर्क कार्यालय के भविष्य कुमार शर्मा व अनूप कुन्डू मौजूद थे। धन्यवाद ज्ञापन छात्र-संघ अध्यक्षा परमजीत कौर ने किया।
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