जमशेदपुर – एमओयू हस्ताक्षर कर झारखंड देश के अन्य राज्यों के लिए रोल मॉडल बन रहा है- केंद्रीय राज्य मंत्री

जमशेदपुर।
केंद्रीय नागर विमानन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि आज पूर्वी सिंहभूम एवं धालभूमगढ़ क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक दिन है। इस शुभ पल के लिए विशेष रूप से राज्य के मुख्यमंत्री धन्यवाद के पात्र हैं जो हर काम को लक्ष्य करके पूर्ण करने वाले हैं। दिन प्रतिदिन झारखंड में हम इतिहास रचते चले जा रहे हैं। चाईबासा में भी ऐतिहासिक सुकन्या योजना की शुरुआत की गई, यह एक ऐसी कल्याणकारी योजना है कि हमारी सभी बहनों और बेटियों को इससे बहुत लाभ मिलेगा।
दशकों पुरानी मांग को पूरा करने की दिशा में ठोस कदम
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र की जो दशकों पुरानी मांग थी उसे पूर्ण करने की दिशा में आज एक ठोस कदम आगे बढ़ा है। आज धालभूमगढ़ हवाई अड्डे का भूमि पूजन कर रहे हैं। डेढ़ से 2 वर्ष में यहां से विमान उड़ेंगे और कोलकाता, पटना, रांची तक विमान जाएंगे यह इतिहास भी हम आज हर रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस स्वर्णिम पल के लिए मुख्यमंत्री और क्षेत्र के सांसद विशेष रूप से बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के पूर्ण सहयोग और क्षेत्र के सांसद के अथक प्रयासों से यह संभव हो पाया है जो कि पूर्वी क्षेत्र की जनता के लिए एमओयू से कम किसी भी चीज के से संतुष्ट नहीं थे।
एमओयू करके झारखंड अन्य राज्यों के लिए बना रोल मॉडल
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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में यह पहला राज्य है जहां हम द्वितीय विश्व युद्ध कालीन हवाई पट्टी को अत्याधुनिक हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने के लिए एमओयू हस्ताक्षर करेंगे। यह अन्य राज्यों के लिए रोल मॉडल के रूप में कार्य करेगा। जैसे झारखंड आज हर क्षेत्र में रोल मॉडल बन रहा है इस तरह एमओयू हस्ताक्षर यह एक रोल मॉडल बन रहा है।

कनेक्टिविटी में क्रांति
केंद्रीय राज्यमंत्री श्री जयंत सिन्हा ने कहा कि जिस तरह से धालभूमगढ़ को हवाई अड्डा दे रहे हैं उसी तरीके से देशभर में हवाई अड्डे बनाए जा रहे हैं। कनेक्टिविटी में क्रांति आई है। नेशनल हाईवे, टेलीकॉम सेक्टर के साथ ही विमानन क्षेत्र में भी कनेक्टिविटी की क्रांति आई है। *उन्होंने कहा कि 2014 में सरकार बनने के समय देश में लगभग 67 एयरपोर्ट थे जो कि आज के दिन साढे 4 साल बाद 102 एयरपोर्ट हैं। साढे 4 वर्ष में 35 एयरपोर्ट एविएशन नेटवर्क में जोड़े गए। जहां 1 वर्ष में एक एयरपोर्ट बना करता था वर्तमान केंद्र सरकार ने ऐतिहासिक कार्य किया है।
“उड़ान” के तहत आम नागरिक ने भरी उड़ान
श्री जयंत सिन्हा ने कहा कि उड़ान के तहत पूरे देश का आम नागरिक भी हवाई जहाज में बैठा है। चाहे रांची, डाल्टनगंज, दुमका, देवघर, हजारीबाग, धालभूमगढ़, बोकारो सभी जगह हम आम नागरिक को “उड़ान” के साथ हवाई जहाज में बैठा रहे हैं। यह क्रांति हमने अर्जित की है। साढे 4 वर्षों में यात्रियों की संख्या दोगुनी हो गई है। जहां 6 से 6.5 करोड़ लोग वर्ष में हवाई यात्रा करते थे वहीं अब 13 से 13.5 करोड़ यात्री एविएशन नेटवर्क में यात्रा करते हैं।
भारत में हवाई यात्रा सबसे किफायती
केंद्रीय राज्य मंत्री श्री जयंत सिन्हा ने कहा कि आज ज्यादा लोग हवाई यात्रा कर रहे हैं और एसी कोच में कम लोग यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज के समय 700 हवाई जहाज हमारे आसमान में उड़ रहे हैं। हमारी एयरलाइंस ने 1000 और विमानों का ऑर्डर कर दिया है, जिस से यात्रा करने में और भी सहूलियत होगी। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में यदि किफायती दाम में हवाई जहाज में सफर करना हो तो दुनिया में लगभग सबसे कम दाम में विमान यात्रा हम भारत में कर रहे हैं।
ऑटो रिक्शा से भी कम हवाई यात्रा
जयंत सिन्हा ने कहा कि हवाई जहाज में उड़ने पर होने वाला खर्च ऑटो रिक्शा की यात्रा से भी कम है। प्रति किलोमीटर यात्रा का व्यय देखें तो हवाई जहाज में ₹4 प्रति किलो मीटर भाड़ा दे रहे हैं। वहीं ऑटो रिक्शा में ₹5 प्रति किलो मीटर किराया देते हैं। इसलिए आज के समय में भारत में हवाई यात्रा ऑटो रिक्शा से भी कम हो गई है। इसलिए हवाई चप्पल वाले भी हवाई यात्रा कर रहे हैं यह हमारी सरकार ने कर दिखाया है।