मधुबनी -हरलाखी की बेटियाँ ठेला चलाकर, सर पर ढोकर असहायों के बीच बाँट रही राशन सामग्री

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अजय धारी सिंह

मधुबनी: मंजिले उन्ही को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, सिर्फ पंखों से कुछ नही होता, हौसलों से उड़ान होती है। इस कहावत को चरितार्थ कर रही है, हरलाखी प्रखंड की यह बेटियाँ। हम बात कर रहे है प्रखंड के सोठगांव पंचायत स्थित एक छोटी सी बस्ती की रहने वाली गुड़िया साह कि जो विपदा की इस घड़ी में अपने टीम की अंजू कुमारी व प्रिया कुमारी के साथ मिलकर ठेला चलाकर असहाय व जरुरतमंदो के घर घर जाकर रासन का सामग्री बांट रही है। ऐसा नहीं है की गुड़िया किसी धनवान की बेटी है। गुड़िया के पिता खुद एक ठेला चालक है परन्तु उन्होंने जो अपने बच्चो को संस्कार दिए है जो आज दिख रहा है। गुड़िया ने स्थानीय सांसद, विधायक से इन जरुरतमंदो को मदद करने की अपील की, परन्तु राजनेताओ ने कुछ नहीं किया तो खुद करने का ठान ली। सर पर समान रखकर गुड़िया चिलचिलाती धूप में गरीब असहाय के घर जाकर रासन का सामग्री, साबुन, मास्क बांट रही है, ताकि कोई भूखा ना रहें। इसी क्रम में इन तीनों लड़कियों ने रविवार को प्रखंड के कई महादलित बस्ती व दर्जनों जरुरतमंदो के बीच सर पर ढोकर और ठेला से रासन का वितरण किया। गुड़िया बताती है कि हमलोग स्वयं गरीब है, इसलिए एक गरीब का दुख समझ सकती हूँ। गरीब होने के नाते मैं अपने तरफ से मदद नहीं कर सकती, इसलिए हम तीनों लड़की प्रखंड व पंचायत के विभिन्न रासन दुकानदार व कुछ समाजसेवीयों से संपर्क करते है। इसके बाद इन लोगों के द्वारा हमलोगों को मदद दी जाती है। मदद मे मिलें सामग्रियों को इकट्ठा करके पैकेजिंग करते है, इसके बाद जरुरतमंदो के घर तक पहुंचाते है। गुड़िया ने बताया कि सामग्री का वजन अधिक था और दूर भी जाना था साथ ही लाॅकडाउन के नियम को पालन करते हुए वाहन का मदद लेना किसी से जरुरी नहीं समझीं इसलिए पड़ोस में खड़े एक ठेला से हि समान पहुंचाने का निर्णय लिया, उन्होंने बताया कि जिनका ठेला है, वो उस वक्त घर पर नहीं थे। इसलिए स्वयं ही ठेला लेकर निकल पड़ी।

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