
राज कुमार,मधुबनी ।
जिंदा जल गयी ! तड़प तड़प कर मौत कि निंद सो गयी ! जिस प्रेम विवाह के लिये अपने माँ बाप सॆ लड़कर पिया को गले लगाई थी वह आज मौत कि आगोश में सो गयी ! महज छह माह पूर्व पटना सब्जी बाग के रहने वाले मछली व्यापरी कि बेटी आशु ने मधुबनी नुनीया टोली के रहने वाला अमृत सॆ घर के मर्जी के खिलाफ प्रेम विवाह किया था ! लेकिन यह विवाह अधिक दिनो तक नहीँ टिका और अक्सर दोनो के बिच लड़ाई झगड़ा होने लगा अक्सर आशु को दहेज के लिये भी ताना देने लगा ! अंतरजातीय होने कि वजह सॆ घर के लोग भी हमेशा ताना देते रहते थे ! लेकिन आशु के पास और कोई चारा भी तो नहीँ था अब पिहर में कोई ना तो दहेज देने को तैयार था और ना हि अपनाने को हालात छह महीने में हि बद सॆ बत्तर हो गये और आखिरकार आशु ने कभी सपने में भी नहीँ सोची होगी जिस प्रेमी के लिये माँ बाप सॆ वह लड़कर , जिस अठारह वर्ष के प्रेम को वह पल भर में छोड़ कर आयी थी वह प्रेमी हि उसे मौत कि निंद सुला देगा ! जिस आशु को जड़ा सा दर्द होने पर सारा घर सर पर उठा लेती थी वह एक बंद कमरे में दर्द सॆ चीखती रही ! ससुराल वालों ने उसे एक कमरे में बंद कर जिंदा जला दिया उसका दर्द कोई सुनने वाला नहीँ रहा वह दर्द सॆ चीखती रही चिल्लाती रही पर उसे कोई देखने वाला नहीँ था !उसे इतनी दर्दनाक मौत मिली जिसे महज सुनकर हि कलेजा काँप जाय और देखकर तो हर किसी को रोना आ जाये ! माँ ने बताया आशु के ससुराल वाले हमेशा दहेज के लिये फोन किया करता था अमृत कि माँ कहती थी आप जो कूछ देंगे वह तो अपनी बेटी दामाद को हि देंगे इस बिच साठ सत्तर हजार रुपये कि माँग भी कर रहे थे पुलिश पदाधिकरी ने बताया एक हत्या का मामला सामने आया है ! इस मामले में विवाहिता के पति को गिरफ्तार किया गया है ! अनुसंधान जारी है प्रथम दृष्टिया दहेज हत्या का मामला लगता है !दहेज के लिये जिंदा जलाने कि बातें सुनते हि महिला सशक्तिकरण कि बातें बेमानी लगती है ! जिस इंटरकास्ट को सरकार बढ़वा देना चाहती है वहीँ इंटरकास्ट और दहेज एक बेटी के मौत का कारन बना ! आखिर कब तक बेटियाँ दहेज कि बली चढ़ती रहेगी !